लखनऊ: आईपीएस प्रशांत कुमार ने बुधवार को यूपी पुलिस के नए मुखिया का पद संभाल लिया। 1990 बैच के प्रशांत कुमार को नया कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है। उन्होंने विजय कुमार की जगह ली है। विजय कुमार का कार्यकाल आज यानी 31 जनवरी को खत्म हो रहा है। अभी तक प्रशांत कुमार डीजी लॉ एंड ऑर्डर के पद पर थे। उनकी गिनती सीएम योगी के भरोसेमंद अफसरों में होती है। प्रशांत कुमार का कार्यकाल 16 महीने का यानी मई, 2025 तक है।
प्रशांत कुमार बिहार के रहने वाले हैं। उनका जन्म बिहार के सीवान में हुआ था। आईपीएस अफसर बनने से पहले प्रशांत कुमार ने एमएससी, MPhil और एमबीए भी किया था। बतौर आईपीएस प्रशांत कुमार का जब चयन हुआ था, तो उन्हें तमिलनाडु कैडर मिला था। हालांकि, 1994 में यूपी कैडर की आईएएस डिंपल वर्मा से उन्होंने शादी की। इसके बाद प्रशांत कुमार ने यूपी कैडर में ट्रांसफर ले लिया।
25 जनवरी को प्रशांत कुमार गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया था। दरअसल, 6 जुलाई 2017 को दिल्ली के प्रीत विहार के मेट्रो हार्ट एवं कैंसर हास्पिटल के डॉक्टर श्रीकांत गौड़ का अपहरण हो गया था। बदमाशों ने 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। उस वक्त प्रशांत मेरठ जोन के एडीजी थे। तब प्रशांत कुमार और एसएसपी मंजिल सैनी ने बेहद होशियारी से बदमाशों की घेराबंदी करते हुए डॉक्टर को सही सलामत बचाया था। इसके अलावा प्रशांत कुमार पुलिस पदक, कुंभ मेला पदक, पराक्रम पदक, उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित हो चुके हैं। प्रशांत कुमार को अब तक 109 कमंडेशन/ प्रशस्ति पत्र से मिल चुके हैं। प्रशांत कुमार ने 5 लाख के इनामी उदयभान यादव को मार गिराया था। इसके लिए सीएम योगी ने उन्हें 3 लाख रुपए और एक पिस्टल अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था।

यूपी के कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने सीएम को धन्यवाद दिया। पांच कालिदास मार्ग मुख्यमंत्री आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभकामनाएं और बधाई दीं।