बेनीगंज/हरदोई: मथुरा स्थित अनमोल गुरूकुलम के संस्थापक व कथा व्यास अनमोल कृष्ण शास्त्री द्वारा अपनी जन्मभूमि हरदोई में विकास खण्ड अहिरोरी के गांव काईमाऊ में मन्दिर निर्माण के उपरांत भगवान ओंकारेश्वर महादेव,बालाजी महाराज, भगवती दुर्गा व भगवान श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में आयोजित 108 कुण्डीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के आयोजन का संकल्प किया गया है।
कार्यक्रम अगामी 2 मार्च से 10 मार्च 2024 तक चलेगा। कार्यक्रम में देश के कोने कोने से साधु सन्तो के आने की सम्भावना है। विशाल धार्मिक आयोजन को लेकर पूरे क्षेत्र में काफी उत्साह देखा जा रहा है। क्षेत्र के लोगों का मानना है कि ऐसा विशाल धार्मिक आयोजन हरदोई जनपद में कभी नहीं हुआ है। बता दें कि एक साधारण ब्राह्मण परिवार में जन्में अनमोल कृष्ण शास्त्री को बचपन से ईश्वर में अटूट विश्वास था।
जानकारी अनुसार वह हरदोई नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ रहे थे उसी दौरान जीआईसी स्कूल में एक सन्त से क्षणिक भेंट हो गयी वहीं से वह उनके साथ वृंदावन चले आये। उस समय उनकी उम्र मात्र 10 वर्ष थी। अनमोल के स्कूल से अचानक गायब होने से पूरा परिवार परेशान सा हो गया। पिता शिवकुमार तिवारी गांव में खेती-बाड़ी करते थे। पुत्र के गायब होने से दुखी रहने लगे।
एक लम्बे समय तक खोजबीन करने के बाद भी जब बेटे का पता नहीं चला तो सभी अनहोनी मानकर गुमशुम हो गये। तभी करीब 2 वर्ष बाद अनमोल अपने घर वापस लौटे। बेटे को जिंदा देखकर पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गयी। अनमोल ने अपने साथ घटी घटना को अपने माता पिता को बताया तो माता पिता के खुशी का ठिकाना न रहा। उसके बाद वह परिवार की नजर में मथुरा में शिक्षा दीक्षा ग्रहण करने लगे।
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पंडित अनमोल कृष्ण शास्त्री |
अनमोल कृष्ण शास्त्री को हरदोई से वृंदावन ले जाने वाले सन्त ने भागवत कथा विद्यालय संचालित करने वाले महान संत श्री नाथ शास्त्री को सौंप दिया। जिन्होंने इनको भागवत कथा के अलावा वेद शास्त्र आदि का ज्ञान कराया। भागवत आदि की शिक्षा पूरी करने के बाद अनमोल कृष्ण शास्त्री ने सनातन धर्म को मजबूती देने की गरज से 2010 में अनमोल गुरूकुलम की स्थापना की।आज गुरूकुलम में करीब 3000 हजार छात्र भागवत कथा व वेदाध्ययन में लगे हुए हैं।
इसके उपरांत अनमोल कृष्ण शास्त्री ने 2023 में अयोध्या में अनमोल गुरूकुलम की एक शाखा को खोली। शास्त्री को अपनी जन्मभूमि के प्रति अटूट श्रद्धा व विश्वास है। इसीलिए मथुरा में पूरी तरह स्थापित होने के बाद भी अपने गाव में मन्दिर निर्माण कराने का मन बनाया। मंदिर के निर्माण कार्य को पूरा होने के बाद प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही 108 कुण्डीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ भागवत कथा, रास लीला जैसे धार्मिक आयोजन कर जनपद में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहे है। जिसमें देश के कोने कोने से हजारों संत, श्रद्धालु, भक्तो का महासंगम होगा।
ऐसे बड़े आयोजन से यह निश्चित है कि काईमऊ गांव की पवित्र भूमि और पवित्र हो जायेगी। श्री अनमोल कृष्ण शास्त्री ने अपने गाव में इस धार्मिक आयोजन को पूर्ण कर भारत के प्रसिद्ध कवि रहे मुरारीलाल शर्मा, बालबन्धू की लिखी प्रार्थना जिसे सन 1961 से स्कूलो में करायी जा रही है की एक पंक्ति “जिस देश जाति में जन्म लिया, बलिदान उसी पर हो जावे” को चरितार्थ करते दिखाई देते नजर आ रहे हैं।