Bharat Taxi: सालों से देशभर के लोग Ola-Uber जैसी ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं की दादागिरी से परेशान थे। कभी मनमाने किराये, कभी अचानक राइड रद्द, तो कभी सर्ज प्राइसिंग के नाम पर लूट. यात्रियों की ही नहीं, ड्राइवरों की भी हालत खराब थी. मेहनत वही करते, पर उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा प्राइवेट कंपनियों के कमीशन में चला जाता. लेकिन अब तस्वीर बदलने जा रही है.
भारत सरकार ने ‘भारत टैक्सी‘ (Bharat Taxi) नाम से देश की पहली सहकारी टैक्सी सेवा शुरू करने की घोषणा की है. यह कोई विदेशी कंपनी नहीं है और न ही कोई निजी कॉरपोरेट प्रोजेक्ट है बल्कि ड्राइवरों की अपनी संस्था है. इसे केंद्रीय सहयोग मंत्रालय और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के तहत विकसित किया गया है, जिससे देशभर के ड्राइवरों को उनकी मेहनत का पूरा सम्मान और यात्रियों को भरोसेमंद सेवा मिल सके…
भारत टैक्सी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें ड्राइवरों को अपनी हर कमाई पर पूरा अधिकार होगा. अब उन्हें किसी कंपनी को 20–25% कमीशन नहीं देना पड़ेगा. इसके बजाय वे बस एक मामूली सदस्यता शुल्क देंगे. जिसे वे दैनिक, साप्ताहिक या मासिक रूप में चुन सकेंगे. यह मॉडल पूरी तरह ‘सहकारी भावना’ पर आधारित होगा. जहां हर सदस्य भागीदार है, मालिक भी है और लाभार्थी भी.
सरकार का मानना है कि इस मॉडल से न सिर्फ ड्राइवरों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि उनकी आत्मनिर्भरता भी मजबूत होगी. ..भारत टैक्सी का उद्देश्य सिर्फ ड्राइवरों को फायदा पहुंचाना नहीं है, बल्कि यात्रियों को भी बेहतर अनुभव देना है. अब न कोई ‘सर्ज प्राइसिंग’, न कोई ‘कैंसलेशन का बहाना’ और न ही किराये में मनमानी. किराया पारदर्शी सरकारी मानकों के अनुसार तय होगा.
जबकि लोगों को पूरी जवाबदेही के साथ साफ-सुथरी राइड और सुरक्षित यात्रा मिलेगी. प्रत्येक टैक्सी में जीपीएस ट्रैकिंग, रीयल-टाइम मॉनिटरिंग और 24×7 हेल्पलाइन जैसी सुविधाएं होंगी. यात्रियों को ड्राइवर का नाम, फोटो, वाहन नंबर और किराया बुकिंग करते ही ऐप पर दिखाई देगा, जिससे उन्हें यात्रा में कोई आशंका या असुरक्षा न रहे.
भारत सरकार ने ‘भारत टैक्सी’ (Bharat Taxi) नाम से देश की पहली सहकारी टैक्सी सेवा शुरू करने की घोषणा की है. यह कोई विदेशी कंपनी नहीं है और न ही कोई निजी कॉरपोरेट प्रोजेक्ट है बल्कि ड्राइवरों की अपनी संस्था है. इसे केंद्रीय सहयोग मंत्रालय और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के तहत विकसित किया गया है, जिससे देशभर के ड्राइवरों को उनकी मेहनत का पूरा सम्मान और यात्रियों को भरोसेमंद सेवा मिल सके…
भारत टैक्सी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें ड्राइवरों को अपनी हर कमाई पर पूरा अधिकार होगा. अब उन्हें किसी कंपनी को 20–25% कमीशन नहीं देना पड़ेगा. इसके बजाय वे बस एक मामूली सदस्यता शुल्क देंगे. जिसे वे दैनिक, साप्ताहिक या मासिक रूप में चुन सकेंगे. यह मॉडल पूरी तरह ‘सहकारी भावना’ पर आधारित होगा. जहां हर सदस्य भागीदार है, मालिक भी है और लाभार्थी भी.
सरकार का मानना है कि इस मॉडल से न सिर्फ ड्राइवरों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि उनकी आत्मनिर्भरता भी मजबूत होगी. ..भारत टैक्सी का उद्देश्य सिर्फ ड्राइवरों को फायदा पहुंचाना नहीं है, बल्कि यात्रियों को भी बेहतर अनुभव देना है. अब न कोई ‘सर्ज प्राइसिंग’, न कोई ‘कैंसलेशन का बहाना’ और न ही किराये में मनमानी. किराया पारदर्शी सरकारी मानकों के अनुसार तय होगा
