IAS Harshita Mathur : हर्षिता माथुर 2013 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से भोपाल, मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं। उनका जन्म 18 सितंबर 1988 को हुआ था। उन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई की। शुरुआती दिनों में ही हर्षिता ने सिविल सर्विसेज में जाने का मन बना लिया। उन्होंने यूपीएससी क्लियर कर 2013 बैच के आईएएस के रूप में सिविल सेवा की शुरुआत की। 2015 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद मुरादाबाद के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के तौर पर उनकी पहली नियुक्ति हुई। करीब 9 महीने बाद 31 अगस्त 2016 को उन्हें मेरठ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बनाया गया।
2 मई 2017 को हर्षिता माथुर को मेरठ से ट्रांसफर करते हुए मुख्य विकास अधिकारी बस्ती की जिम्मेदारी दी गई। हालांकि, करीब डेढ़ महीने के बाद हर्षिता माथुर को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी का सीईओ बना दिया। करीब 10 महीने तक सीएम योगी के गृह जिले गोरखपुर में तैनाती के बाद 17 अप्रैल 2018 को हर्षिता माथुर को सीडीओ सिद्धार्थनगर बनाया गया।
अप्रैल 2018 से 1 जनवरी 2020 तक सिद्धार्थनगर के सीडीओ के रूप में वह नियुक्त रहीं। इसके बाद हर्षिता माथुर को फिर से गोरखपुर में मुख्य विकास अधिकारी बना दिया गया। 7 महीने तक गोरखपुर के सीडीओ का चार्ज संभालने वाली हर्षिता माथुर को 31 जुलाई 2020 को सरकार ने प्रतीक्षारत करते हुए वेटिंग लिस्ट में डाला।
11 फरवरी 2021 को हर्षिता माथुर को बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया। करीब 8 महीने तक इस पद पर तैनात रहने वाली हर्षिता माथुर की कार्यशैली को बेहतर मानते हुए योगी सरकार ने उन्हें 23 अक्टूबर 2021 को कासगंज जिले का डीएम बना दिया। डीएम के तौर पर यह उनकी पहली तैनाती थी। सितंबर 2023 में उन्हें रायबरेली का डीएम बनाया गया। अभी वह इसी पद पर तैनात हैं।
पति भी हैं आईएएस
हर्षिता माथुर के पति अनुज सिंह भी आईएएस अधिकारी हैं। वह भी 2013 बैच के अफसर हैं। अनुज मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। अभी उनकी तैनाती मुरादाबाद डीएम के तौर पर है। हर्षिता माथुर को प्रशासनिक अधिकारियों में तेज तर्रार माना जाता है। उनके प्रशासन में अभिनव प्रयोगों को खूब सराहा जाता रहा है।