लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर सभी दल अपनी -अपनी फील्ड सजाने में जुट गए हैं। इन्हीं सब के बीच जहां मायावती का कोर वोटर रहता है तो वहीं अब उन पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की भी नजरें टिकी हुई हैं।
यूपी चुनाव से पहले दोनों दलित नेताओं के बीच खींचतान शुरू हो गई है। मायावती के हमले के बाद चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को उन पर हमला किया। उन्होंने कहा कि मै बहन जी का सम्मान करता हूं। लेकिन जब वह गैर जिम्मेदाराना बातें करती हैं तो गुस्सा आता है। यह देखना होगा कि इस तरह की बातें आखिर बहन जी ने किस मजबूरी में कही हैं।
बता दें कि मायावती ने बिना नाम लिए चंद्रशेखर को ‘बरसाती मेंढक ‘ कहा था। एक निजी चैनल से बातचीत में सोमवार को चंद्रशेखर आजाद ने मायावती पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बहन जी हमारी नेता हैं। मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं, और हमेशा करता रहूंगा। यह मेरी दिली इच्छा है। हमने उनको संघर्ष करते हुए देखा है।
बहन जी ने यह (बरसाती मेंढक) क्यों कहा। उनकी क्या ऐसी मजबूरी रही कि यह सब कहना पड़ा। और इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ा। किसके लिए किया गया है। उस पर मुझे कुछ भी नहीं कहना है। यही नहीं चंद्रशेखर आजाद ने आकाश आनंद को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी कितनी आगे बढ़ी, कितना फायदा हुआ, किसी से छिपा नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज ने पहले बहन जी को मौका दिया। अब लोग आजाद समाज पार्टी के साथ हैं। जनता ने आजाद समाज पार्टी को विकल्प के रूप में स्वीकार किया है। 2012 से 2027 तक 15 साल हो जाएंगे। इन 15 सालों में दलितों, पिछड़ों, मुसलमानों, जैनों, सिखों और बौद्धों को उनके विचार की सत्ता नहीं मिली है।