Hardoi News: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते जच्चा बच्चा की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक प्रसूता के पति से रात के वक्त स्टाफ नर्स द्वारा ₹3000 की मांग की गई मृतक का पति चिल्लाता रहा कि अगर यहां बच्चा पैदा नहीं हो सकता है तो रेफर कर दें लेकिन पैसे के लालच में स्टाफ नर्स ने प्रसूता को रेफर नहीं किया। परिणाम यह हुआ कि जच्चा और बच्चा की मौत हो गई। परिजनों में कोहराम मचा है। मृतक प्रसूता के पति ने स्वास्थ्य विभाग और उसकी स्टाफ नर्स पर पैसा मांगने और लापरवाही करने का आरोप लगाया है।
शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सुहागपुर का रहने वाला कमल किशोर अपनी 20 वर्षीय गर्भवती पत्नी रीता को लेकर गुरुवार की सुबह 3:00 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। यहां पर स्टाफ नर्स दीपिका ने उसे भर्ती कर लिया। कमल किशोर के अनुसार उसने स्टाफ नर्स से पूछा अगर कोई परेशानी या दिक्कत हो तो वह प्राइवेट नर्सिंग होम चला जाए लेकिन स्टाफ नर्स दीपिका द्वारा ₹3000 देने की मांग करते हुए कहा गया कि वह मुझे पैसा दे दे मैं यही आराम से डिलीवरी करवा दूंगी । सुबह 9:00 बजे रीता के लड़का पैदा हुआ और दोनों की मौत हो गई। उसके बाद स्टाफ नर्स ने उसे रेफर कर दिया।
जच्चा बच्चा की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काट दिया। स्टाफ नर्स दीपिका मौके से फरार हो गई। अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टर प्रवीण दीक्षित से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा रात में रिजवान खान की ड्यूटी थी और स्टाफ नर्स दीपिका की ड्यूटी थी। इसलिए उनसे बात कर लें । फिलहाल हंगामा काटने के बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जच्चा बच्चा के शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम भेजने की तैयारी की जा रही है।
रिपोर्ट- रामप्रकाश राठौर