पाली (Hardoi News): सोमवार को कस्बे में व क्षेत्र के अनेक विद्यालयों में सत्य व अहिंसा के पुजारी आजादी के महानायक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व त्याग, सरलता व सादगी के प्रतिमूर्ति,मां भारती के लाल,जवानों व किसानों के सच्चे हितैषी,राजनीति के आदर्श, राष्ट्रपुरूष पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री दोनों महापुरुषों के 154 वें जन्मदिन/ जयंती को बड़ी धूमधाम से राष्ट्रीय त्योहार के के रूप में मनाया गया।
कस्बे के सेठ बाबूराम भारतीय इण्टर कालेज में दोनों महापुरुषों की जयंती समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कालेज में सर्वप्रथम राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तत्पश्चात विद्यार्थियों सहित सभी शिक्षक गण द्वारा दोनों महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण व श्रद्धा सुमन अर्पित कर दोनों महान विभूतियों को नमन किया गया। इसके बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन संघर्ष, उनकी देश सेवा व जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला गया।
हिंदी प्रवक्ता राजेश प्रकाश मिश्रा ने गाँधी और लालबहादुर शास्त्री के जीवन और भारत देश की आजादी में दिये गए बलिदानों की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 02 अक्टूबर के विशेष दिवस पर हमारे देश में दो महान विभूतियों ने जन्म लिया। उन्होंने गांधी व शास्त्री दोनों महान विभूतियों के पद चिन्हों पर चलने की बात कही। इतिहास प्रवक्ता विनोद प्रताप वर्मा ने बताया कि महात्मा गाँधी वह व्यक्ति थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध अपने पूरे जीवन भर संघर्ष किया। उनका लक्ष्य अहिंसा, ईमानदार और स्वच्छ प्रथाओं के माध्यम से एक नये समाज का निर्माण करना था।

साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे विनम्र, दृढ़,सहिष्णु एवं जबरदस्त आंतरिक शक्ति वाले लोगों के बीच ऐसे व्यक्ति बनकर उभरे जिन्होंने लोगों की भावनाओं को समझा।वे दूरदर्शी के साथ साथ महात्मा गांधी के राजनीतिक शिक्षाओं से काफी प्रभावित रहे।
रिपोर्ट- जनार्दन श्रीवास्तव