Hardoi News: हरदोई एआरटीओ कार्यालय में आर. आई. सुशील कुमार सिंह द्वारा दलालों से की जाती है परमानेंट लाइसेंस के नाम पर 3300 रुपये की वसूली। वहां के दलालों द्वारा बताया गया कि हम लोगों से दस जुलाई से परमानेंट लाइसेंस के नाम पर 3300 रुपये लिए जाते हैं, जिसमें से 300 रुपये वरिष्ठ सहायक कार्तिकेय गौतम के हिस्से के हैं और 3 हज़ार रुपये आर. आई. सुशील कुमार सिंह के हिस्से के हैं।
इसके अलावा आर. आई. सुशील कुमार सिंह अपने ड्राइवर अमित यादव से करवाते है गाड़ियों का भौतिक परीक्षण, जो सरकारी मोबाइल से अमित यादव के द्वारा किया जाता है, जो कि बगैर मानकों के हो जाता है। वहीं 1500 रुपये से लेकर 3000 रुपये लेकर वाहनों को दे दिया जाता है फिटनेस सर्टिफिकेट। आपको बताते चले कि अमित यादव आर.आई. के गृह जनपद का ही रहने वाला है।
वही हाल वहां पर मौजूद सुदीप बाबू का है, जो कि बिना पैसे लिए कोई काम करते ही नहीं है, इस तरह का माहौल कार्यालय में व्याप्त है। इसके अलावा एआरटीओ कार्यालय के बाहर जितनी भी दुकानें हैं, उनमें दलाली का कारोबार खुलेआम बखूबी चल रहा है। दलालों का बैठने का वही एक जरिया बना हुआ है।
दलालों द्वारा यह भी बताया गया कि कार्यालय के अंदर बाबुओं की चलती है मनमानी, जिसकी वजह से वहां के बाबूओ के हौसले बुलंद है। आखिर कब लगेगी एआरटीओ कार्यालय की दलाली पर लगाम और कब सुधरेंगे एआरटीओ कार्यालय के बाबू, जो अपनी सीट पर प्राइवेट कर्मचारी बैठाकर करवा रहे हैं धड़ल्ले से अंधाधुंध वसूली।
आखिर जिलाधिकारी द्वारा एआरटीओ कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर न तो कोई रोक लगाई जा रही और ना ही कोई कार्यवाही की जा रही है। एआरटीओ कार्यालय के बाबू कार्तिके व सुदीप का कहना है कि कार्यालय से आने वाली कमाई का हिस्सा उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया जाता है जिससे कि उनके द्वारा ना तो कोई जांच की जाती है और ना ही कोई कार्रवाई की जा सकती है आखिर कब लगेगी इस भ्रष्टाचार पर रोक।
रिपोर्ट – आलोक तिवारी