लखनऊ: द केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने चार आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ 642 किलो लीटर यानी छह लाख 42 हजार लीटर पेट्रोलियम उत्पाद चोरी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है, जिनमें एचपीसीएल मथुरा टर्मिनल, यूपी के दो सहायक प्रबंधक संचालन और दो अन्य शामिल हैं।
एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां भारत का छह लाख 42 हजार लीटर पेट्रोल चुरा लिया गया और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबतक इस मामले का खुलासा हुआ, देश को मोटा चूना लग चुका था। अब इस मामले में सीबीआई एक्शन में आ गई है। सीबीआई के मुताबिक, आरोप है कि जून 2022 से जनवरी 2024 के बीच एचपीसीएल मथुरा टर्मिनल के आरोपी सहायक प्रबंधकों राहुल कुमार व हेमंत सिंह और एसआर परिवहन कंपनी तथा जादोन परिवहन कंपनी के ट्रांसपोर्टरों के साथ मिलकर साजिश रची।
इस अवैध गतिविधि से सरकारी खजाने को 5.82 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और इसके परिणामस्वरूप निजी परिवहन कंपनियों को लाभ हुआ। इसके अलावा, यह आरोप लगाया गया है कि साजिश के हिस्से के रूप में, आरोपी सहायक प्रबंधक संचालन ने 305 मामलों में निजी परिवहन कंपनियों के टैंक ट्रकों पर 642 किलोलीटर पेट्रोलियम उत्पादों की अतिरिक्त लोडिंग की अनुमति दी।
सीबीआई वर्तमान में आगरा और मथुरा में आरोपी व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों पर तलाशी ले रही है। इन तलाशी के दौरान 12 लाख रुपये नकद मिले। संपत्ति के दस्तावेज़ और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज़ आरोपी लोक सेवकों के परिसर से बरामद किए गए। सीबीआई ने कहा है कि जांच जारी है, और नामित आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, चोरी और एक लोक सेवक द्वारा विश्वास के उल्लंघन सहित आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।