उत्तराखंड : केदारनाथ धाम में एक बेहद दुखद हादसा घटित हो गया। यह हादसा उत्तराखंड के गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण तीन यात्रियों की मौत हो गई, कई घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं। स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच गया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हादसा बारिश के मौसम में पहाड़ी रास्तों की खतरनाक स्थिति का एक उदाहरण है। बारिश के समय भूस्खलन, रास्तों में अवरोध और अचानक बाढ़ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बारिश के मौसम में पहाड़ी रास्तों पर यात्रा करते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
इस घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा- “केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इस संबंध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ”
रेस्क्यू टीमों ने घटनास्थल से तीर्थयात्रियों को हटाया। साथ ही उन्होंने भूस्खलन को देखते हुए रास्ते को बंद कर दिया। इसके साथ ही सभी घायलों को गौरीकुंड के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक ही पहाड़ टूटकर गिरने लगे कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही मलबे के नीचे लोग दब गए। इससे पहले बीते 10 जुलाई को जोशीमठ में भूस्खलन हुआ था। जिसके चलते बदरीनाथ नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया था। राहत की बात थी कि इस दौरान जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, चार धाम यात्रियों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।