Shardiya Navratri 2023: हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक शारदीय नवरात्रि है, जोकि आज से शुरू हो गई है। मां दुर्गा की भक्ति में डूबे लोग धूम धाम से उनका स्वागत कर रहे हैं। देशभर में मां दुर्गा के जयकारों की गूंज सुनाई दी जा सकती है। शारदीय नवरात्र को लेकर उपवास की तैयारियां शुरू हो गई है।
9 दिनों तक माता रानी का पूजन होगा। इससे पूरा माहौल भक्तिमय हो जाएगा। सभी देवी मंदिरों में इस बार भव्य एवं खास तैयारी की गई है। भजन- कीर्तन समेत धार्मिक अनुष्ठान होंगे। घरों में भी देवी का पूजन होगा। भक्तों ने नवरात्र की पूर्व संध्या पर बाजार में माता रानी की चुनरी, नारियल, मेवा, प्रसाद, पूजन की थाल और फलाहार की खरीदारी की।
भक्तों ने माता की प्रतिमा के साथ ही घट की स्थापना करने की तैयारी कर ली है। नवरात्र व्रत पर महंगाई का खासा असर देखने को मिल रहा है। व्रत से कूटू आटा, सिंघाडा आटा, राम साबूदाना आदि सामग्री की कीमतें बढ़ी हुई है। फलों की कीमतें भी बढ़ गई हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा पृथ्वीलोक पर आकर रहती है और घर-घर में वास करती हैं। इसलिए इस दौरान पूरे 9 दिनों तक श्रद्धा भाव से मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती और आखिरी दिन कन्या पूजन कर विजयादशमी के दिन विदाई दी जाती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा के अनुसार, इस साल नवरात्रि आज यानि 15 अक्टूबर से शुरू होकर 23 अक्तूबर तक चलेगी। रविवार को घट स्थापना के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त प्रात: काल 7:48 से दोपहर 12:05 तक चर, लाभ और अमृत के तीन विश्व प्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त उपलब्ध होंगे घरेलू, व्यापारी एवं पढ़ने- लिखने वाले लोगों के लिए यह समय उत्तम माना जाएगा। दोपहर 1:30 से दोपहर 3:00 के बीच एक और शुभ मुहूर्त उपलब्ध होगा। 23 अक्तूबर को नवमी तिथि पर दुर्गानवमी का पूजन होगा। 24 अक्तूबर को विजयदशमी पर मां दुर्गा मुर्गे पर सवार होकर देवलोक को गमन करेंगी।
श्राद्ध पक्ष शनिवार को सम्पन्न हो गया। पितृ विसर्जन अमावस्या पर पितरों को भावभीनी विदाई दी गई। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के 16 दिनों के दौरान पितर धरती पर उतरते हैं और अमावस्या के दिन उनकी विदाई की जाती है। विदाई देने के साथ ही उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। इस मौके पर सभी पितरों का श्राद्ध और पिंडदान किया गया। बड़ी संख्या में लोग गंगा स्नान को पहुंचे और पवित्र गंगाजल में डुबकी लगाकर उन्होंने दान-पुण्य भी किया।
इन बातों का रखें ध्यान
- नवरात्रि के 9 दिन सात्विक भोजन ही करें। व्रत रखने वाले लोग भूलकर भी गेहूं और चावल जैसे नियमित अनाज ग्रहण ना करें।
- इस दिन रागी, सिंघाड़े का आटा, आलू, ड्राई फ्रटूस, टमाटर, मूंगफली, सेंधा नमक, साबुदाना से बनी चीजें ग्रहण कर सकते हैं।
- इस दौरान भूलकर भी लहसुन, प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए और मन शांत रखना चाहिए। किसी पर गुस्सा नहीं करना चाहिए।
- इस दौरान घर की सफाई का खास ध्यान रखें क्योंकि नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान मां दुर्गा का घर में वास होता है। 9 दिनों तक सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ- सुथरे कपड़े पहनें।
- 9 दिनों में बाल और नाखुन न काटे, मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा नाराज हो सकती है।
- मां दुर्गा की पूजा के दौरान उन्हें लाल फूल जरूर अर्पित करें, इससे माता रानी प्रसन्न होती हैं और उनका विशेष आशीर्वाद मिलता है।
- इस दौरान माता रानी को श्रृंगार का सामान अर्पित करना भी बेहद शुभ माना जाता है।
- नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें और व्रत का संकल्प लें।
- पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करें और सुबह शाम आरती करें।