बरेली: खाना बर्बाद होने की जगह किसी जरूरतमंद के पेट में चला जाए इसी सोच के साथ बरेली के रहने वाले डॉक्टर प्रमेंद्र माहेश्वरी ने एक संस्था बनाई, जिसे रोटी बैंक के नाम से जाना जाता है। रोटी बैंक की मदद से गरीब लोगों को खाना खिलाया जाता है, जो लोग रात में सड़कों पर रहते हैं या किसी कारणवश घर से बेघर हैं, उन लोगों के लिए खाने की मदद सुचारू रूप से चलती रहे। यह सोचकर रोटी बैंक की शुरुआत की गई। बता दें कि रोटी बैंक की तर्ज पर अब शहर की कुछ और संस्थाओं ने भी गरीबों के लिए भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है.
रोटी बैंक के संचालक डॉक्टर प्रमेन्द्र माहेश्वरी ने बताया कि उन्होंने 2015 में रोटी बैंक की शुरुआत की थी, जिसमें शहर के कई परिवारों से उन्हें लगातार सहयोग मिलता आ रहा है। शहर के कई परिवार प्रत्येक दिन शाम को 3-4 बजे तक दो रोटी और सूखी सब्जी लाकर रोटी बैंक में दे जाते हैं, जिसे रात के खाने के तौर पर उन लोगों को दिया जाता है, जो लोग रात में सड़कों पर सोते हैं या जिनके पास खाने के लिए रोटी नहीं होती है। उन्हें रोटी बैंक के द्वारा प्रत्येक दिन खाना खिलाया जाता है। यह सेवा निरंतर 8 वर्षों से चालू है और आगे भी सुचारू रूप से चलती रहेगी।
पीएम ने भी की तारीफ
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रोटी बैंक के कांसेप्ट की तारीफ कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर प्रमेन्द्र माहेश्वरी के कार्यों की तारीफ की और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा इस तरह के कार्यों में सहयोग करने की प्रेरणा भी दी। साथ ही साथ रोटी बैंक के उज्जवल भविष्य की कामना भी की थी।