झांसी : भारत की जेलों में बड़ी संख्या में महिला कैदी बंद हैं। कई महिला कैदी सजायफ्ता हैं तो कुछ के मामले विचाराधीन हैं। कई महिला बंदी ऐसी भी हैं जो जेल में गर्भवती होने के बाद जाती हैं। ऐसे में जेल में बंद कोई गर्भवती महिला अगर किसी बच्चे को जन्म देती है तो उसे बच्चे के बर्थ सर्टिफकेट में जन्म स्थान क्या लिखा जाता है?
झांसी जिला जेल के अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि जेल में बंद कोई महिला कैदी अगर गर्भवती होती है तो उनकी डिलीवरी के लिए उन्हें जिला अस्पताल में ले जाया जाता है. बच्चे के जन्म के बाद बर्थ सर्टिफिकेट में जन्म स्थान की जगह पर जिला अस्पताल का जिक्र किया जाता है. सर्टिफिकेट या अन्य किसी भी डॉक्यूमेंट में जेल का जिक्र नहीं किया जाता है. इस बात का ध्यान रखा जाता है कि यह बात किसी को ना बताई जाए.
क्या कहता है डाटा?
एनसीआरबी की दिसंबर 2023 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की कुल 1330 जेलों में कुल 5 लाख 73 हजार 220 कैदी बंद हैं. इनमें 23 हजार 772 महिलाएं हैं. इनमें से 1537 महिलाएं ऐसी हैं जिनके बच्चे उनके साथ जेलों में रहती हैं. इसमें आधी संख्या ऐसी महिला कैदियों की है जिन्होंने जेल में ही रहते हुए बच्चे को जन्म दिया. इन सभी बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र में जेल का जिक्र नहीं किया जाता है.