शाहाबाद/हरदोई । स्वराज्य ग्राम नगर तीर्थ योजना के संस्थापक अखिलेश कुमार शुक्ला ने परशुराम युगशाखा परेली भाग दो के युग स्वयंसेवक, युगस्वयंसेविकाओ एवं कार्यकर्ताओ को प्रबोधित करते हुए कहा यह समय युग परिवर्तन का है जिसमें प्रकृति विविध प्रकार से वातावरण का शोधन करेगी।
शुक्ला ग्राम परेली के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने बताया मानवीय दृष्टिकोण का चिंतन, चरित्र, व्यवहार का परिवर्तन मनुष्य जाति में संवेदनशीलता, दया, करुणा, प्रज्ञा, शील, उद्यमिता का जागरण इन दिनों होने जा रहा है। इक्कीसवीं उज्जवल भविष्य की सदी है। नवयुग का उदीयमान महा सूर्य भारत वर्ष ज्ञान विज्ञान का सुदूर विश्व में प्रसारित कर मानवता को असंख्य कलंको से मुक्ति प्रदान करेगा।
श्री शुक्ला ने कहा अगले दिनों युग शाखाओं का विस्तार नैमिषाराण्य की पावन, पवित्र आध्यात्मिक रुप से उर्वरक, 88 हजार ऋषियों, देवताओं एवँ देवियों, साधुयों, मुनियों, वीतरागियों, तपस्वियों, योगियों, साधकों, सन्यासियों, भक्तों, संतों, ऋषि एवँ ऋषिकाओं, शोधकर्ताओं, ज्ञानियों- विज्ञानियों, सदगृहस्थों, दानियों, एवँ मनु- सतरुपा की तपस्थली है। भगवान शंकर की प्रिय भूमि। आदि गंगा- गोमती का पावन तट, व्यास-गणेश जी की लेखन- साहित्य सृजन की भूमि, चक्रतीर्थ, माता ललिता का सानिध्य, ऋषित्व , सदगृहस्थत्व , देवत्व,ब्राह्मणत्व संपन्न सुव्यवस्थित एवं वैज्ञानिक जीवन शैली की भूमि से वैश्विक लोक शिक्षण की गौरव शाली परम्परा का पुन: बीजारोपण,शुभारम्भ विश्वक्रान्ति, बिचार क्राँति को युगशाखा-कुँजशाखा त्रन्त्र के माध्यम से संपन्न किया जायेगा।
भारत सहित सम्पूर्ण विश्व के सभी ग्रामों, नगरों तक नैमिषाराण्य के पावन प्रांगण से विश्व क्राँति -विचार क्राँति के द्वारा प्रमुख एक हजार विषयों के साथ वैश्विक व्यवहारिक, लोक शिक्षण प्रशिक्षण की सुव्यवस्था की जानी है, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं को अपना सम्पर्ण अर्पित करना है। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवक और संगठन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रिपोर्ट – राम प्रकाश राठौर