लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा माफिया जीवी पार्टी है। मुख्यमंत्री पहले कहते थे, वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया है, अब हर विभाग में माफिया है। लखनऊ में गिरफ्तार ड्रग तस्कर अमित टाटा जौनपुर के एक बाहुबली के साथ दिखते रहे हैं। उनकी गाड़ी का नंबर भी वही है, जो बाहुबली की गाड़ी का है।
उन्होंने कहा कि ये जमाना सीबीआई का नहीं बुलडोजर का है। बुलडोजर वहां कब चलेगा? उन्होंने कहा कि एसआईआर के काम में जल्दबाजी क्यों की जा रही है। यह काम संवेदनशील और मेहनत का है। वहीं पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने इस मामले में खुद को बेगुनाह बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने इसको लेकर लंबा-चौड़ा सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट भी डाला। जिसमें पीएम मोदी और सीएम योगी से सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
साथ ही विरोधियों को फंसाने का आरोप भी लगाया है।
अखिलेश ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। एसआईआर के बहाने साजिश रच रही है। एक हजार किसानों ने जान गवां दी, भाजपा पर कोई असर नहीं हुआ। सुना है कि भाजपा ने नोएडा में किसी साफ्टवेयर कंपनी को हायर किया है, जो वोटर लिस्ट पर काम कर रही है। उन्होंने सांसद राजीव राय के एक पत्र का उल्लेख किया, जिसमें बताया गया है, कि संसदीय निर्वाचन क्षेत्र घोसी के विधानसभा क्षेत्र में 20 हजार मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एसआईआर के फार्म अधिकांश गांवों तक नहीं पहुंचाए गए हैं। तमाम शिकायतें आ रही हैं। भाजपा और चुनाव आयोग मिले हुए हैं। बीएलओ की मदद के लिए बतौर सहायक नगर पालिका के सफाई कर्मचारी रखे जा रहे है। अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है, कि जिन बीएलओ की मौत हो जाए उन्हें ड्यूटी पर न दिखाया जाए। कल रात फतेहपुर में आत्महत्या करने वाले बीएलओ के परिवार से वे मिले। उनके परिजन बता रहे थे, कि उनके ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग कह रहे हैं कि चुनाव आयोग के हाथ खून से रंग गए हैं। इनकी मदद कौन करेगा, जिनकी जान गई है। वह इस मामले को लोकसभा में उठाएंगे। संविधान के तहत जो अधिकार और आरक्षण मिला है, भाजपा उसे छीनने की तैयारी में है। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल आदि उपस्थित रहे।
मृत बीएलओ के परिजन को दिए दो लाख रुपए !
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जान गंवाने वाले बीएलओ विजय वर्मा के परिवार से भेंट की, और उन्हें दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी। उन्होंने सरकार से एक करोड़ रुपये आर्थिक सहायता और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। अखिलेश के सामने मृतक विजय वर्मा की पत्नी संगीता फूट-फूट कर रोने लगी। उनके साथ उनका 20 वर्षीय बेटा हर्षित भी था। विजय वर्मा प्राoविo सरांवा मलिहाबाद लखनऊ में शिक्षामित्र थे।