Jhansi: झांसी में पत्नी ने लेखपाल का नियुक्ति पत्र मिलते ही पति से अलग होने का फैसला सुना दिया। पीड़ित पति ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले से अवगत कराया है। पति का नाम नीरज विश्वकर्मा है और उसकी पत्नी का नाम रिचा विश्वकर्मा है। नीरज ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज से 5 साल पहले हम लोग मिले थे और हमने 6 फरवरी 2022 में कोर्ट में शादी की थी। मेरे पास शादी के कागजात मौजूद हैं, लेकिन अब मेरी पत्नी कहती है कि हमारी कोई शादी नहीं हुई है।
पीड़ित पति का आरोप है कि उसकी पत्नी किसी प्रकार का संपर्क नहीं कर रही है। उनका फैमिली कोर्ट में मुकदमा चल रहा है, लेकिन पत्नी तारीख पर भी नहीं आ रही है। नीरज ने इस मामले से खुद को बहुत परेशान बताया और कहा कि मैं चाहता हूं, मेरी पत्नी घर आ जाए और दोनों आराम से एक साथ रहें। नीरज ने बताया कि पत्नी ने लेखपाल की नौकरी लगते ही मुझसे संबंध तोड़ लिए। पत्नी 18 जनवरी 2024 से मेरे साथ नहीं रह रही है। पत्नी को लेखपाल की नौकरी का नियुक्ति पत्र 10 जुलाई को मिला है। पत्नी की नियुक्ति झांसी नई तहसील में है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ऐसा ही एक केस पिछले साल काफी सुर्खियों में आया था। तब, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी पति आलोक मौर्य ने यूपी पीसीएस अधिकारी पत्नी ज्योति मौर्य पर साथ ना रहने और उससे जान का खतरा होने के आरोप लगाए थे। आलोक का कहना था कि उसकी पत्नी के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अवैध संबंध भी थे. इस केस में लंबे समय तक पति-पत्नी ने एक-दूसरे के ऊपर आरोप लगाए।