शाहाबाद/हरदोई । मुंसिफ न्यायालय की जमीन पर अवैध रूप से बना कोतवाली भवन का आधा हिस्सा न्यायालय के आदेश पर बुलडोजर से गिरा दिया गया। इस मौके पर एसडीएम, तहसीलदार अधिशासी अधिकारी एवं प्रभारी निरीक्षक मौजूद रहे। मुंसिफ न्यायालय संचालन की प्रक्रिया तेजी के साथ में प्रारंभ हो गई है। जिला जज राजकुमार सिंह ने मुंसिफ न्यायालय के भवन का निरीक्षण किया था और राजस्व विभाग की टीम के द्वारा मुंशिफ न्यायालय की जमीन की पैमाइश कराई गई थी।
मुंसिफ न्यायालय की जमीन पर थाने का अधिकांश भाग बनाया गया था। जिसमें प्रभारी निरीक्षक का आवास, प्रभारी निरीक्षक का आधा कार्यालय एवं हेल्प डेस्क तथा मुख्य द्वार मुंशिफ न्यायालय की जमीन में बना पाया गया। पैमाइश के बाद जिला जज ने अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। परंतु मुंसिफ न्यायालय की जमीन से यह निर्माण नहीं हटाया गया। कोर्ट के आदेश पर एसडीएम सुश्री पूनम भास्कर, तहसीलदार नरेंद्र यादव, अधिशासी अधिकारी आर आर अंबेश बुलडोजर लेकर कोतवाली पहुंचे।
यहां पर उन्होंने न्यायिक अनुपालन में सबसे पहले शाहाबाद कोतवाली का मुख्य द्वार बुलडोजर से गिराया। उसके बाद मुख्य द्वार से सटी बनी हेल्प डेस्क का भवन भी गिराया गया। इसके अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक का आधा आवास, हेड मोहर्रम का आवास तथा प्रभारी निरीक्षक का आधा कार्यालय भी मुसि न्यायालय की जमीन पर बना है जिसे गिराने का काम किया जाएगा।
कोतवाली परिसर में बुलडोजर चलता देख वहां भारी भीड़ एकत्रित हो गई। मुंसिफ न्यायालय प्रारंभ होने की कवायद तेजी के साथ चल रही है। जल्द ही यहां पर मुंसिफ न्यायालय की स्थापना हो जाएगी। जिससे अधिकारियों और वकीलों को काफी राहत मिलेगी।
रिपोर्ट – राम प्रकाश राठौर