Hardoi News: हरदोई में पिहानी चुंगी से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि जगहों के लिए ए.आर.टी.ओ. के संरक्षण में चल रही अवैध डग्गामार बसें, जो किसी भी टाइम बन सकती है मौत का कारण। डबल डेकर डग्गामार बसों में छतों के ऊपर भी सवारी बैठाकर ले जाते हैं, जबकि आए दिन एक्सीडेंट व सड़क हादसों में दुर्घटनाएं हो रही है। उसके बावजूद भी इन पर लगाम नहीं लगाया जा रहा है। बस संचालक बस के अंदर तो सवारियां भरते ही हैं बसों की छत पर भी सवारियों को बैठा कर ले जाते हैं, जिसकी वजह से कोई भी अप्रिय घटना किसी भी समय हो सकती है, जिसके जिम्मेदार ए.आर. टी.ओ. दयाशंकर ही होंगे।
एआरटीओ परिवर्तन की हकीकत आज हम आपको बताते चले जो हमेशा छुपी रहती है। वह हकीकत एआरटीओ परिवर्तन दयाशंकर व उनका ड्राइवर मिलकर करता है। वह बहुत बड़ा खेल है। खेल ऐसा कि जो किसी को शक ना हो और इस खेल का मदारी बन जाता है ट्रक मालिक। वह भी करे तो क्या करें ट्रक मालिक होता है मजबूर। मजबूरन उसे करना पड़ता है एंट्री का खेल। अगर ना कराएं एंट्री का खेल तो मोटी रकम से उसका कर दिया जाता है चालान, तो ट्रक मालिक भी होता है मजबूर, और मोटी रकम का होता है लेनदेन।
आप को बताते चले कि हरदोई में दो ऐसी एजेंसियां हैं जिनके द्वारा गाड़ियों की एंट्री के नाम से मोटी रकम वसूली जाती है जैसे ट्रक मौरंग, गिट्टी का। वह अन्य ऐसे कई कार्य है जिनसे एंट्री व ओवरलोडिंग के नाम पर प्रतिमाह 38000 फुल ओवरलोडिंग फुल बॉडी 60000 रुपए महीना लिया जाता है। यह सारा पैसा हरदोई की एक एजेंसी जो ट्रांसपोर्टिंग का काम करती है। जिसकी एंट्री परिवर्तन दयाशंकर के द्वारा की जाती है। अब हम आपको बताते हैं एंट्री का रेट 38 हजार से 60 हजार रुपये तक लिए जाता है इसके अलावा डग्गामार बसों को चलवा कर की जाती है उनसे मोटी बसूली।
हरदोई जनपद में कई जगहों से डग्गामार बसों का संचालन हो रहा है जिसकी सूचना भी एआरटीओ प्रवर्तन को दी गई परंतु उन पर कोई भी असर नहीं हुआ क्योंकि उनका ही किया हुआ सारा खेल है अब आप स्वयं की कमाई का आकलन करो या स्वयं के भ्रष्टाचार का आकलन करिए कि साहब की महीने की कमाई कितनी व परिवर्तन दयाशंकर कि अगर संपत्ति की जांच कराई जाए, तो शायद कई करोड़ की संपत्ति होगी। वह कैश का खुलासा हो कि कितनी दौलत इन्होंने इकट्ठा की है, जो गरीबो के खून पसीने की कमाई होगी।
ट्रक मालिक 35 से 40 लाख रुपए लगाकर के गाड़ी को खरीदता है उसके बाद वह रोड पर चलाता है इस तरह से उसके साथ भ्रष्टाचार किया जाता है कि अधिकारी परिवर्तन दयाशंकर ट्रक मालिकों व उनके बच्चों के साथ तो खेल करते हैं, इसके अलावा सरकार को भी लाखों रुपये महीना का चूना लगाते हैं, जो रोड टूटती या खराब होती है, बह इन भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों की वजह से टूटती है। जो एंट्री के नाम से ओवरलोडिंग मौरंग व गिट्टी की गाड़ियों की ओवरलोडिंग के नाम से चंद पैसों के लिए अपनी जेब भरने के लिए सरकार को भी चूना लगाने में थोड़ी सी शर्म नहीं आती है।
चंद पैसों के लिए देश का हित भी नजरअंदाज करते हुए निकल जाते है। इन भ्रष्टाचार फैलाने वाले अधिकारी पर सरकार की नजरे क्यों नहीं पड़ती? इनके यहाँ ई. डी. के छापे क्यों नहीं पढ़ते है? आय से ज्यादा संपत्ति की जांच इनकी क्यों नहीं होती है? जिसकी वजह से सरकार पर भी सवाल या निशान खड़ा होता है, क्योंकि कई बार खबर प्रकाशन करने के बाद भी डग्गामार डबल डेकर बसें बंद नहीं की जा रही है और ना ही इन पर लगाम लगाया जा रहा है। ए आर टी ओ परिवर्तन पर न तो जिला अधिकारी और न ही सिटी मजिस्ट्रेट साहब संज्ञान ले रहे हैं आखिर किस हादसे का इंतजार कर रहे है?
रिपोर्ट- आलोक तिवारी