बेनीगंज/हरदोई: बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के पुलिस चौकी कोथावां अन्तर्गत रैपालपुर गांव में सड़क किनारे ग्राम पंचायत की भूमि पर खड़े नीम के हरे भरे पेड़ों को रात के अंधेरे में काटे जाने का मामला प्रकाश में आया है। शिवपुरी ग्राम पंचायत प्रधान अतुल सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित पेड़ काटे जाने की शिकायत मेरे द्वारा पुलिस चौकी पर की गई पर पुलिस लकड़कट्टो पर कार्यवाई नहीं करना चाहती।
बताते चलें कि ग्राम पंचायत शिवपुरी में जल कल के तहत् पानी टंकी का निर्माण होना है किसके लिए मजरा गांव रैपालपुर में पंचायत की भूमि गाटा संख्या 155/0.068 नवीन परती के खाते में अंकित है को सुरक्षित किया जा चुका है। उक्त पर खड़े प्रतिबंधित नीम के चार वा अन्य प्रजातियों के पेड़ों को रात के अंधेरे में पड़ोसी खाता धारक शिवपुरी निवासी खुशी राम पुत्र गोकरन ने लकड़कट्टों से सांठ गांठ कर कटवा ली और लकड़ी को सुबह होने तक गायब कर दिया।
ग्राम पंचायत की भूमि पर खड़े हरे भरे नीम के पेड़ो को काट लें गए लकड़कट्टे |
अतुल सिंह के बताएनुसार उक्त लकड़ी काटने वाले ने पूर्व में नहर पटरी पर व पास के तालाब की भूमि गाटा संख्या 501 पर खड़े पेड़ों को काट लिया था और काबिज है। जिसकी शिकायत कई बार राजस्व एवं पुलिस कर्मियों को की गई पर मामला आज भी जस का तस बना हुआ है। मौके पर जांच करने पहुंचे क्षेत्रीय लेखपाल पुस्पेंद्र बहादुर ने माना कि चोरी छुपे सरकारी पेड़ों को काटकर राजस्व को चूना लगाया गया है। उन्होंने कहा उपरोक्त लकड़ी काटने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
वहीं कछौना वन अधिकारी विनय कुमार सिंह ने कहा प्रतिबंधित कटी लकड़ी जहां कहीं गई होगी उसे ढूंढ निकाला जाएगा और काटने वालों पर जल्द ही कठोर कार्यवाही की जाएगी। बता दे कि बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र में लकड़कट्टों के हौसले बुलंद है, जिसका नतीजा कहीं न कहीं हरे-भरे पेड़ों को काटा जाना आम हो गया है, जबकि क्षेत्रीय वन अधिकारी लगातार गस्त कर लकड़कट्टों पर नजर रख रहे हैं।
बावजूद इसके लकड़ी माफिया अपनी मनमर्जी कर प्रतिबंध पेड़ों को काट कर रातों रात उनकी जड़ों को उखाड़ कर गायब करने में माहिर हो चुके हैं।