Meerut News: मेरठ के मवाना में एसडीएम ऑफिस के बाहर कैंपस में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा आत्मदाह करने वाले किसान जगबीर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं इस घटना से नाराज मृतक किसान का बेटा मोबाइल टावर पर चढ़ गया।
दरअसल, वन विभाग द्वारा गेंहू की खड़ी फसल जोतने से नाराज़ किसान ने एसडीएम मवाना के ऑफिस के बाहर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। कुछ दिनों से वह सरकारी ऑफिस के चक्कर काट रहा था। जब उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो परेशान होकर किसान ने खुद को आग लगा ली थी। इस घटना के बाद किसान 70 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गया था और उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहीं अब उस किसान ने कल शनिवार शाम अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर, शनिवार को इस पूरे मामले में किसानों ने पंचायत बुलाई गई, जिसमें वन विभाग द्वारा किसानों की जमीन को अपना बताकर कब्जा करने का विरोध किया गया। इस पंचायत में एसडीएम व राज्यमंत्री दिनेश खटीक और प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे। जहां मंत्री दिनेश खटीक ने पीड़ित किसान जगवीर के परिजनों को 2 लाख रुपए मुआवजे का चेक देने लगे।
जब 2 लाख रुपए मिलने की बात किसान जगवीर के छोटे बेटे आकाश को पता चली तो वो इसके विरोध में खड़ा हो गया। अपने गांव अलीपुर मोरना में आकाश मंत्री के 2 लाख रुपए के खिलाफ टावर पर चढ़ गया। मौके पर जमा भीड़ ने उसे बड़ी मुश्किल से टावर से उतारा। बेटे आकाश का कहना है कि वन विभाग ने खेत में खड़ी हमारी तैयार फसल को जोतकर नष्ट कर दिया। हमारी 80 साल पुरानी पैतृक जमीन पर वन विभाग ने कब्जा कर लिया है। मंत्री इसकी कीमत 2 लाख रुपए लगा रहे हैं।