Cricket Rules: क्रिकेट में अनोखे और असामान्य ढंग से भी बल्लेबाज़ों को आउट होने की कई स्थितियाँ होती हैं। यहां ‘ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड’ और ‘हैंडल्ड द बॉल’ दो अनोखे तरीके हैं जिनके माध्यम से बल्लेबाज़ आउट हो सकते हैं। हम आपको ‘ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड’ और ‘हैंडल्ड द बॉल’ के ज़रिए आउट हुए बल्लेबाज़ों के बारे में बताएंगे। इस लिस्ट में पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ मोहिंदर अमरनाथ भी शामिल हैं।
Cricket : क्या होता है ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड और हैंडल्ड द बॉल?
- ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड (Obstructing the Field): ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड का नियम 37.1 क्रिकेट के लॉग में उल्लेखित है। इसके अनुसार, यदि बल्लेबाज़ इन्हें करते हुए फील्डर द्वारा किए जाने वाले यातना या अपमानापूर्ण कार्रवाई को रोकता है, तो वह आउट किया जा सकता है। यह ऐसे मामलों में हो सकता है जब बल्लेबाज़ फील्डर के बीच बांटने का प्रयास करता है, फील्डर के रास्ते में खड़ा रहता है, बॉल को छेड़ता है या उसे रोकता है। इस ढंग से आउट होने के उदाहरण में शामिल हैं मोहिंदर अमरनाथ जो पहले टेस्ट मैच में 1977 में पाकिस्तान के खिलाफ आउट हुए थे।
- हैंडल्ड द बॉल (Handled the Ball): जब बल्लेबाज़ अपने हाथ का इस्तेमाल करके बॉल को हैंडल करता है और उसे अपनी विकेट को बचाने के लिए रोकता है, तो वह हैंडल्ड द बॉल के ज़रिए आउट किया जा सकता है। मोहिंदर अमरनाथ, जिनका उल्लेख आपने किया है, और अन्य खिलाड़ी जैसे डैरिल कलिनन और चामू चिभाभा ने भी ऐसे तरीके से आउट होने का सामना किया है। यह नियम 33 के तहत आता है।
ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड से आउट हुए बल्लेबाज़
रमीज़ राजा, मोहिंदर अमरनाथ, इंजमाम उल हक, मोहम्मद हफीज़, अनवर अली, बेन स्टोक्स, जेवियर मार्शल, और दनुष्का गुनातिलका सभी खिलाड़ी ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड के ज़रिए आउट होने वाले मामलों में शामिल हैं। यह सभी अपरम्पारिक रूप से बल्लेबाज़ को आउट करने वाले तरीकों में से कुछ हैं। ये विकेट गेट क्रिकेट के रोचक पहलुओं में से हैं और इन्हें खेल के दौरान और खिलाड़ियों के बीच उत्साह और रोमांच को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है।
हैंडल्ड द बॉल से आउट हुए बल्लेबाज़
मोहिंदर अमरनाथ, डैरिल कलिनन और चामू चिभाभा तीनों ही अपने करियर में हैंडल्ड द बॉल के ज़रिए आउट हुए थे। यह क्रिकेट में एक अद्वितीय और असामान्य तरीका है जिसके दौरान बल्लेबाज़ अपना विकेट खुद खो देता है। यह एक बहुत ही असामान्य और देखने लायक घटना होती है।
गेंद को संभालकर आउट करना क्रिकेट में आउट करने का एक दुर्लभ और असामान्य तरीका है। क्रिकेट के नियमों के अनुसार, यदि कोई बल्लेबाज क्षेत्ररक्षण टीम की अनुमति के बिना जानबूझकर गेंद को अपने हाथ से पकड़ता है तो उसे आउट दिया जा सकता है। आपके द्वारा उल्लिखित उदाहरणों के बारे में कुछ और विवरण यहां दिए गए हैं:
1. मोहिंदर अमरनाथ: 9 फरवरी 1986 को, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच के दौरान, मोहिंदर अमरनाथ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) में गेंद को संभालते हुए आउट होने वाले पहले क्रिकेटर बने। बल्लेबाजी करते समय, ग्रेग मैथ्यूज की एक गेंद स्टंप्स की ओर उछली और अमरनाथ ने अपने विकेट को बचाने के प्रयास में, गेंद को स्टंप्स से टकराने से रोकने के लिए सहजता से अपने हाथ का इस्तेमाल किया। अपील को बरकरार रखा गया और उसे आउट दे दिया गया।
2. डेरिल कलिनन: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज डेरिल कलिनन 27 जनवरी 1999 को वेस्टइंडीज के खिलाफ एक टेस्ट मैच के दौरान गेंद को संभालने के कारण आउट हो गए थे। कर्टनी वॉल्श की एक गेंद को खेलने का प्रयास करते समय गेंद उनके दस्तानों पर लगी और स्टंप्स की ओर लुढ़क गया. कलिनन को डर था कि गेंद बेल्स उखाड़ सकती है, इसलिए उसने सहजता से उसे अपने हाथ से दूर फेंक दिया। अपील सफल रही और उन्हें आउट घोषित कर दिया गया।
3. चामू चिभाभा: जिम्बाब्वे के क्रिकेटर चामू चिभाभा 20 अक्टूबर, 2015 को अफगानिस्तान के खिलाफ एक वनडे के दौरान गेंद को संभालने में शामिल थे। एक डिलीवरी का बचाव करने की कोशिश करते समय, गेंद हवा में उछल गई और हिट होने वाली थी स्टंप. गेंद को स्टंप्स से टकराने से रोकने की कोशिश में चिभाभा ने गेंद को दूर ले जाने के लिए अपने हाथ का इस्तेमाल किया। हालाँकि, फील्डिंग टीम ने अपील की और उन्हें आउट दे दिया गया।
क्रिकेट में गेंद को संभालकर आउट करना काफी दुर्लभ है, और ऐसा अक्सर बल्लेबाजों द्वारा अपने विकेट की रक्षा के लिए किए गए दूसरे फैसले के कारण होता है। इसे खेल में आउट करने का एक अनोखा और दिलचस्प तरीका माना जाता है।