वाराणसी के रहने वाले राकेश और नेहा जायसवाल ने अपने बेटे मोक्ष का छठवां जन्मदिन यादगार बनाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया. वे अपने बेटे का बर्थडे कश्मीर की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सेलिब्रेट करने पहुंचे, लेकिन उनका यह तरीका सोशल मीडिया पर विवाद का कारण बन गया. अंजी खड्ड पुल पार करते समय राकेश और नेहा ने ट्रेन के अंदर मोक्ष का बर्थडे मनाया गया, जिसे 6 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित किया गया था. इस वीडियो को एएनआई न्यूज एजेंसी ने शेयर किया जो तेजी से वायरल हो गया.
वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक बताया. एक यूजर ने लिखा, “ट्रेन कोई पार्टी हॉल नहीं है. वहां मोमबत्तियां जलाना न सिर्फ असुरक्षित है बल्कि सिविक सेंस की कमी भी दिखाता है.” कुछ लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि क्या भारतीय रेल में माचिस जलाना प्रतिबंधित नहीं है?
एक यूजर ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे मंत्रालय को टैग करते हुए लिखा, “ऐसे यात्रियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि दूसरों की जान खतरे में डालने वाले ऐसा दोबारा न करें.” कई लोगों ने पूछा कि क्या रेलवे के नियमों के अनुसार इस तरह की सेलिब्रेशन की इजाजत है? “अगर ट्रेन में मोमबत्तियां जलाना मना है तो इसके लिए क्या सजा है? और यह किस सेक्शन के तहत आता है?”
सोशल मीडिया पर लगातार इस मुद्दे को लेकर चर्चा हो रही है. हालांकि अभी तक भारतीय रेलवे की तरफ से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षा नियमों का पालन करना कितना जरूरी है.