Ayodhya News: अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद की इमारत अब परंपरागत स्वरूप में पांच मीनारों के बीच गुम्बद के साथ तैयार होगी। मस्जिद का नाम पैगम्बर मोहम्मद साहब के नाम पर मोहम्मद बिन अब्दुल्ला सल. (Mohammad Bin Abdullah Mosque) रखा गया है।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष ज़ुफर फारूकी ने बताया कि आधुनिक स्वरूप में तैयार की गई मस्जिद की डिजाइन लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने बताया कि मस्जिद में 5 हजार पुरुषों और 4 हजार महिलाओं समेत 9 हजार लोग एक साथ नमाज अदा कर सकेंगे। पूरी मस्जिद परिसर में हमारे संसाधनों के माध्यम से अतिरिक्त भूमि की खरीद के साथ, चिकित्सा, शैक्षिक और सामाजिक सुविधाएं भी होंगी।

ज़ुफर फारूकी ने बताया कि मोहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद परिसर का काम, विभिन्न समूहों के बीच कुछ मतभेदों के कारण विलंबित हो गया था। अब जल्द ही धन्नीपुर स्थल पर शुरू होने वाला है। इसी के साथ ही मुम्बई में सभी मसलक के उलमा के साथ बैठक में मस्जिद का नाम पैगम्बर मोहम्मद साहब के नाम पर रखने का फैसला लिया।
बैठक में महाराष्ट्र के मुफ़्ती ए आजम अजीजुर्रहमान और मुफ्ती हुजैफा मुख्य रूप से मौजूद रहे। वहीं पूर्व मंत्री और हज समिति के चेयरमैन मोहसिन रजा ने कहा कि ‘कोर्ट के फैसले के बाद ही हमने अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का नाम नबी पाक मोहम्मद साहब के नाम पर रखने का सुझाव दिया था। मुझे खुशी है कि मेरे सुझाव को तवज्जो दी गई। उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब मुसलमानों में माने जाते हैं, उनके नाम पर मस्जिद का नाम होना सभी के लिए बहुत खुशी की बात हैं।