UP News: दारुल उलूम के पूर्व मोहतमिम एवं मशहूर आलिम-ए-दीन हज़रत मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी का गुजरात में इंतकाल हो गया। यह खबर सुनते ही मुस्लिमों में शोक की लहर छा गई। कुछ उलेमा गुजरात रवाना हो गए। मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी दारुल उलूम देवबंद की सुप्रीम पावर कमेटी मजलिस-ए-शूरा के वरिष्ठ सदस्य थे। दारुल उलूम की सुप्रीम पावर कमेटी के सदस्य मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी को 11 जनवरी 2011 में दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मरगूबुर्रह मान के इंतकाल के बाद संस्था का महतमिम नियुक्त किया गया था।
दारुलउलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अब्दुल कासिम नोमानी ने मौलाना वस्तानवी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दारुल उलूम का प्रतिनिधिमंडल मुफ्ती राशिद आ जमी और मौलाना मोहम्मद मुजम्मिल बदायूंवी के नेतृत्व में गुजरात स्थित अक्कलकुवा के लिए रवाना किया गया है। मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी ने अपनी जिंदगी में बड़ी मेहनत के साथ दीनी तालीम की खिदमत की है। मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी का बीमारी के चलते 75 वर्ष की उम्र में गृह नगर गुजरात में इंतकाल हो गया। इस तरह से उनके चले जाने से इस्लामिक जगत में उनकी कमी हमेशा खलेगी ।
जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा की दीनी और आधुनिक तथा मेडिकल एवं कानून की तालीम के लिए उन्होंने बेहतर काम किया है दारुल उलूम के शूरा के सदस्य के रूप में भी उन्होंने संस्था की बेहतरी के लिए बहुत से काम किए है उनके इंतकाल से एक बड़ी जगह खाली हो गई है।