Hardoi News। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के व्यक्तिगत शौचालयों की जियो टैगिंग न होने से जिले की प्रगति सीएम डैशबोर्ड पर खराब श्रेणी में दिखी है। जियो टैग सहित स्वच्छ भारत मिशन के कामों में लापरवाही पर 9 विकास खंड के सहायक विकास अधिकारियों (ADO पंचायत) समेत 26 कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
जिला पंचायत राज अधिकारी ने साक्ष्य सहित जवाब मांगे हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 में व्यक्तिगत शौचालय के ऑनलाइन आवेदनों का परीक्षण करते हुए स्वीकृत की व्यवस्था दी गई है।जिला पंचायत राज अधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि भारत सरकार की वेबसाइट पर मिलने वाले आवेदनों के सत्यापन के साथ ही पात्र को स्वीकृति और अपात्रों को रिजेक्ट करने की जिम्मेदारी एडीओ पंचायत को सौंपी गई है।
उन्होंने बताया कि विकास खंड कोथावां, बिलग्राम, भरखनी, अहिरोरी, टोडरपुर, संडीला, सांडी, हरियावां और बेहंदर में व्यक्ति शौचालय निर्माण की जियोटैग भी नहीं कराई जा रही है। गलीवार रजिस्टर भी नहीं बनवाए गए हैं। इससे सीएम डैशबोर्ड पर जिले की प्रगति खराब प्रदर्शित हो रही है। विकास खंड बेहंदर, कोथावां, बिलग्राम, टोडरपुर, भरखनी, अहिरोरी, संडीला, सांडी और हरियावां के एडीओ पंचायत से जवाब-तलब किया गया है।
इसी के साथ टोडरपुर के खंड प्रेरक विमलेश बाजपेयी, प्रिया त्रिपाठी, पिहानी के बचनेश त्रिपाठी, अहिरोरी की प्रीती श्रीवास्तव, वरुण पाठक, बावन के विदुर मिश्रा, शरद श्रीवास्तव, भरखनी के राहुल पाठक, श्याम सिंह, बिलग्राम की रोजटी सिंह, अमृता सिंह, सुरसा के आशीष मिश्रा, शैलेंद्र दीक्षित, बेहंदर के अनुज चौरसिया, रामनिवास, सांडी के शशांक शेखर मिश्रा, तबस्सुम से जवाब-तलब किया गया है। संतोषजनक उत्तर न आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।