मोहम्मदी: नगरपालिका में आए दिन सभासद मोहम्मदी नगरपालिका में हो रहे भ्रष्टाचार का विरोध करते नज़र आते है। इस से पहले भी नौ सभासदों ने 21,4,2025, को होने वाली वार्षिक बजट मीटिंग का बहिष्कार किया था जिससे वित्तीय बजट मीटिंग का कोरम अपूर्ण रहा था। मीटिंग में मात्र 16 सभासद ही उपस्थित थे इसलिए वित्तीय बजट मीटिंग शून्य रह गई थी और भी कई विषय है जो मोहम्मदी नगरपालिका भ्रष्टाचार के मामले में चर्चा में बनी रहती है। आज फिर नौ सभासदों ने हो रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध में एक शिकायत पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया!
(१) नगर पालिका परिषद में कार्यरत लड़कियां साक्षी रस्तोगी व जागृति रस्तोगी मोहम्मदी महाविद्यालय मोहम्मदी की संस्थागत छात्राएं हैं जो कि नगर पालिका परिषद में अपनी सेवाएं दे रही हैं जिसकी शिकायत हम सभासदों द्वारा की गई थी जिसमें सेवा प्रदाता कम्पनी द्वारा नोटिस भी जारी किया गया परन्तु फिर भी उक्त दोनों लड़कियां नगर पालिका में कार्यरत हैं
(२), नगर पालिका परिषद में कार्यरत शिवनंदन रस्तोगी जो प्रधान लिपिक पद से रिटायरमेंट 60 वर्ष की आयु में वर्ष 2014 में हो गया थे रिटायरमेंट के बाद 2 साल का सेवा विस्तार किया जा सकता है उसके बाद भी वह 8 वर्ष से नगर पालिका में कार्यरत हैं जो कि नगर पालिका सेवा नियमावली 1996 का उल्लंघन है
(३), प्रदीप कुशवाहा नगर पालिका मोहम्मदी में कार्यत है जबकि उनके द्वारा जन सेवा केंद्र संचालित किया जाता है और उनके स्थान पर इसी नगर पालिका में सेवा नियुक्त उनके पिता के0 एल0 कुशवाहा कार्य कर रहे हैं जो कि नियम के विरुद्ध है
(४) नगर पालिका परिषद द्वारा आहूत मीटिंग दिनांक 21,4, 2025 को हम नौ सभासदों ने अनुपस्थित रहकर मीटिंग का बहिष्कार किया था मीटिंग में कुल 16 सभासद ही उपस्थित थे जो की कोरम पूरा करने के लिए दो तिहाई सभा सदस्यों की आवश्यकता थी जिसके तहत 17 सभासदों की उपस्थिति अनिवार्य थी जो कि नहीं हो सकी थी इसलिए कोरम के अभाव में वार्षिक वित्तीय बजट मीटिंग 0 थी फिर भी केवल 16 सभासद की उपस्थिति में वार्षिक वित्तीय बजट मीटिंग कैसे पास हो गई जांच की जाए ये जांच का विषय है
(५), नगर में नाला सफाई का कार्य किया जा रहा है जो की मानक के अनुसार नहीं किया जा रहा है जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है (६,) नगर में जलभराव की बहुत ही बड़ी समस्या है जिससे थोड़ी ही बरसात में नगर के सदके जलमग्न हो जाती हैं और आम जनमानस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है नगरपालिका जलभराव की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते है
(७,) नगरपालिका परिषद में उपस्थिति रजिस्टर के साथ मनमानी तरीके से छेड़खानी की जाती है जिसको वहां चाहा जाता है इसको उपस्थित दिखाया जाता है और रजिस्टर के पन्नों के साथ छेड़छाड़ की जाती है जिसके साक्ष्य प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न है
(८), शासन देश के अनुसार नगर पालिका के ठेका कर्मचारियों का चयन जिला द्वारा नामित समिति के अधिकारी द्वारा की जाती है एवं उसका अध्यक्ष उपजिलाधिकारी होते हैं कर्मचारियों को रखने एवं निकालने का अधिकार सीमित अध्यक्ष के पास होता है ना कि नगर पालिका अध्यक्ष के पास जब की नगर पालिका अध्यक्ष मनमाने तरीके से कर्मचारियों को चयनित एवं निकालने का काम करते हैं शासनादेश की कॉपी प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न है