मवाना: मेरठ के मवाना में एसडीएम ऑफिस के बाहर कैंपस में एक किसान ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। हादसे के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। लोग कंबल और पानी लेकर आग बुझाने के लिए दौड़े। एसडीएम भी केबिन से निकल कर आग बुझाने में जुट गए। लोगों ने जब तक आग बुझाई तब तक किसान बुरी तरह से झुलस चुका था, उसे तुंरत मवाना सीएचसी ले जाया गया। वहां से उसे मेरठ के प्राइवेट अस्पताल रेफर किया गया। किसान की हालत गंभीर बनी हुई है।
किसान जगवीर अलीपुर थाना क्षेत्र के मवाना गांव का रहने वाला है। जगवीर ने शुक्रवार को एसडीएम को एक शिकायत दिया। जिसमें लिखा कि 80 सालों से यह जमीन उसकी है। लेकिन आज वन विभाग उसकी जमीन को सरकारी बताकर कब्जाना चाहता है। खेत में गेंहू की फसल खड़ी थी। वन विभाग ने पूरी फसल जोत दी। लगभग 50000 रुपए का नुकसान हुआ है। किसान ने कहा कि उसने विभाग को खतौनी भी दिखाई लेकिन वन विभाग अपनी पर अड़ी रहा। उसे फल का मुआवजा दिलाया जाए। उसकी जमीन को छुड़ाया जाए। यह जमीन उसके परिवार के गुजारे का एकमात्र सहारा है, जिससे वो अपना परिवार पालता है। अगर वन विभाग ने जमीन वापस नहीं दी तो उसके पास परिवार सहित आत्महत्या करने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं है।
शिकायत देकर जगवीर जैसे ही एसडीएम के दफ्तर से बाहर निकला उसने खुद पर पेट्रोल डाला और आग लगा ली। लोगों ने जब तक आग बुझाई तब तक किसान बुरी तरह से झुलस चुका था, उसे तुंरत मवाना सीएचसी ले जाया गया। वहां से उसे मेरठ के प्राइवेट अस्पताल रेफर किया गया। किसान की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी। वहीं मौके पर यूपी सरकार के राज्यमंत्री और स्थानीय विधायक दिनेश खटीक भी पहुंचे हैं। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने कहा, इस मामले में जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।