Lucknow News: पुलिस कंट्रोल रूम-112 मुख्यालय की छह सौ से अधिक आउटसोर्सिंग महिला कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि को लेकर सोमवार दोपहर काम बंद कर दिया। इससे तमाम जिलों की सेवाएं बाधित हो गईं। महिला कर्मचारी नारेबाजी करते हुए दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गई। महिला कर्मियों ने पुलिस पर धक्का-मुक्की और लाठी चार्ज की धमकी देने आरोप लगाया है। ये महिला कर्मचारी इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम में कम्युनिकेशन अफसर के तौर तैनात हैं। महिला कर्मचारियों ने उन्हें नियुक्ति पत्र भी दिए जाने की मांग की और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच जब आज सुबह इन महिला प्रदर्शनकारियों ने सीएम आवास की ओर कूच किया, तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और वहां से महिला सिपाहियों को हटाया गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रदर्शन कर रहीं डायल 112 की महिला कर्मियों का समर्थन करते हुए उनका मांग पत्र सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किया। अखिलेश ने कहा कि ये ‘डॉयल 100’ के किसी एक ‘संवाद अधिकारी’ का ‘पीड़ा-पत्र’ नहीं है बल्कि हर एक का है।
इन कर्मचारियों को नई कंपनी करना चाह रही बाहर
प्रदर्शन देर रात तक चलता रहा। इसके बाद पीएसी भी तैनात कर दी गई। पुलिस कंट्रोल रूम मुख्यालय 112 की सेवाओं को संचालित करने के लिए कुछ महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इस दौरान आउटसोर्सिंग कर्मचारी की ओर से बताया गया कि सभी महिलाकर्मी सात वर्ष से डायल-112 में 11 हजार रुपये वेतन में आउटसोर्सिंग पर नौकरी कर रही थी। अधिकारियों द्वारा उनके वेतन में वृद्धि कर 18 हजार रुपये करने का दावा किया गया था। सालों बाद भी वेतन वृद्दि नहीं हुई।
वेतन में वृद्धि की मांग की गई तो नौकरी से निकाले जाने की धमकी मिलने लगी। इससे आक्रोशित होकर वेतन वृद्दि की मांग को लेकर सभी धरने पर बैठी है। महिला कर्मियों ने बताया कि वह सात साल से टेक महिंद्रा कंपनी के माध्यम से 112 मुख्यालय का काम देख रही थीं। अब मुख्यालय ने वी-विन कंपनी को काम सौंप दिया है। वह सात साल से काम कर रही थीं जिसका मुख्यालय ने अब तक नियुक्तिपत्र नहीं दिया।
आरोप है कि नई कंपनी इन महिलाओं को बाहर करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने न तो वेतन दिया है और न ही नियुक्ति पत्र। कंपनी ने नई भर्ती भी शुरू कर दी है। इससे नाराज महिलाकर्मियों ने दोपहर दो बजे डायल 112 के पीछे गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ बढऩे पर महिलाएं 112 मुख्यालय के मेन गेट पर पहुंच गईं। यहां रोड जाम कर धरने पर बैठ गईं। इन्हें मनाने डीसीपी, एडीसीपी व अन्य अफसर पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी।
रात में बिजली आपूर्ति बंद कर देने के बाद भी डटी रहीं महिलाएं
यही नहीं रात में बिजली आपूर्ति बंद करने के बावजूद वह अपनी मांगों को पूरा कराने को लेकर अड़ी रहीं। जिसके बाद यूपी-112 की तरफ से बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि यह प्रदर्शन नई सेवा प्रदाता कंपनी और महिला कर्मियों के बीच वेतन बढ़ाने को लेकर है। 31 अक्तूबर तक के वेतन का भुगतान किया जा चुका है।
Dial-112 की तरफ से जारी किया गया बयान
महिला कर्मियों के धरना-प्रदर्शन के मामले में डायल-112 की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रदर्शन कर रही समस्त संवाद अधिकारियों (कॉल टेलर्स) को 31 अक्तूबर तक का वेतन तत्कालीन सेवा प्रदाता (एमडीएसएल/टेक महिंद्रा) कंपनी दे चुकी है। सभी संवाद अधिकारी आउटसोर्स पर हैं जो डायल -112 की पूर्व सेवा प्रदाता कंपनी के अधीन थीं।
पूर्व सेवा प्रदाता का अनुबंध 2 नवंबर 2023 को समाप्त हो जाने के बाद नई सेवा प्रदाता (वी विन) कंपनी ने सेंटर संचालन का काम संभाला है। नई सेवा प्रदाता कंपनी इन आउटसोर्स कर्मियों को अपने रोल पर लेने की प्रक्रिया सीधे तौर पर कर रही है। यह प्रदर्शन नई सेवा प्रदाता एवं आउटसोर्स कर्मियों के मध्य वेतन बढ़ाने के संबंध में है। डायल- 112 की सेवाएं सुचारू रूप से जारी हैं। एक ओर डायल -112 का कहना है कि वेतन दिया जा चुका है। जबकि दूसरी ओर डायल-112 की महिला कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सैलरी में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।