इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा रेलवे जंक्शन की सूरत-सिरत अगले साल नए लुक में नजर आएगी। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत करीब 33 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का नई तकनीक के आधार पर आधुनिकीकरण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इटावा स्टेशन के अमृत भारत स्टेशन योजना के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास साल 2023 में किया जा चुका है।
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इटावा रेलवे स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से बनकर तैयार हो जाएगा। स्टेशन शहर के सिटी सेंटर के रूप में विकसित होगा, जहां फूड प्लाजा, शॉपिंग जोन, फूड कोर्ट आदि होंगे। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उमेश चन्द्र जोशी ने इटावा रेलवे स्टेशन पर चल रहे अमृत भारत रेलवे योजना के कायाकल्प का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने स्थानीय रेलवे अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी योजनाएं रेलवे स्टेशन पर संचालित की जा रही हैं, उन सभी को साल 2025 में हर हाल में पूरा कर लिया जाए।
इटावा में वर्ष 1861 में रेलवे लाइन बिछाई गई थी, जबकि इटावा स्टेशन को जंक्शन का दर्जा 2015 में मिला। स्टेशन पर कोरोना काल के बाद तीन लिफ्ट लग चुकी हैं। इससे वृद्ध, दिव्यांग और असहाय लोगों को काफी सुविधा मिल रही है। प्लेटफार्म पर कोच इंडीकेटर भी लग गए हैं। स्टेशन पर करीब 64 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव है। रोजाना करीब 13 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं।