देश की राजधानी दिल्ली से बड़ा मामला सामने आया है, यहां ओल्ड राजेंद्रनगर स्थित राव IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया, जो यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए काल बन गया। बेसमेंट में भरे पानी में डूबने से दो छात्राओं की मौत हो गई, जिनके शव बरामद हो गए हैं। वहीं, एक छात्र अभी भी लापता है। हादसे के चश्मदीद छात्र ने बताया कि शाम 7 बजे ये हादसा हुआ था। लाइब्रेरी में करीब 30-35 स्टूडेंट्स बैठे हुए थे। शाम 7 बजे लाइब्रेरी बंद होती है, तो जैसे ही हम लाइब्रेरी से बाहर निकले, तो सामने से बहुत तेजी से प्रेशर आ रहा था। जब तक हम लोग लाइब्रेरी खाली करते, तब तक घुटनों तक पानी भर चुका था।
प्रत्यक्षदर्शी छात्र ने बताया कि पानी का बहाव इतना तेज था कि हम सीढ़ियां नहीं चढ़ पा रहे थे। 2-3 मिनट के अंदर पूरे बेसमेंट में 10-12 फुट पानी भर गया। वहां से निकलने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी इतना गंदा था कि कुछ भी नहीं दिख रहा था। वहां से एक-एक कर बच्चे निकाले जा रहे थे। चश्मदीद ने कहा कि मेरे पीछे 2 लड़कियां और थीं, जो निकल नहीं पाईं। चश्मदीद ने कहा कि पहले भी करीब एक सप्ताह पहले यहां पानी भर गया था तो हमें ऊपर ही रोक दिया गया था। जलजमाव का आलम तो ये है कि कई बार हमारी क्लासें कैंसिल कर दी जाती हैं, 2 से ढाई घंटे तक पानी भरा रहता है।
वहीं, फायर चीफ ऑफिसर ने बताया कि शाम 7 बजे हमारे पास कॉल आई थी कि कोचिंग सेंटर में पानी भरा है, इसमें कुछ बच्चे फंसे हैं। मौके पर 5 गाड़ी भेजी गई हैं, हम बेसमेंट से पानी निकाल रहे थे, लेकिन पानी वापस बेसमेंट में जा रहा था। जैसे ही पानी का लेवल थोड़ा कम हुआ तो एक बच्ची की बॉडी निकाली गई। हमें 2 से 3 स्टूडेंट्स के फंसे होने की जानकारी मिली थी। ये बारिश और नाले का पानी है।
क्या बोलीं शिक्षा मंत्री आतिशी?
दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि राजेंद्र नगर में एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भरने की खबर है, दिल्ली फायर ब्रिगेड और NDRF की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रहे हैं। आतिशी ने कहा कि दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय और स्थानीय विधायक घटनास्थल पर मौजूद हैं। मैं हर मिनट घटना की खबर ले रहीं हूं, ये घटना कैसे घटी, इसकी मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस दुर्घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
सीवर फटने से बनी बाढ़ जैसी स्थितिः शैली ओबेरॉय
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने इस हादसे को लेकर कहा है कि, एक नाले या सीवर के फटने से बेसमेंट में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। उन्होंने कहा कि, अगर किसी भी एमसीडी अधिकारी की गलती सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।