हरदोई: सैयाँ भये कुतवाल अब डर काहे का, यह कहावत खाद्य सुरक्षा विभाग पर सच साबित हो रही है। आपको बताते चले की खाद्य सुरक्षा विभाग हरदोई के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी रामकिशोर विभाग में सबसे जूनियर है। फिर भी सहायक खाद्य आयुक्त सतीश कुमार- || ने अपनी खाओ कुमाऊ नीति के चलते रामकिशोर को मोहरा बनाकर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर बैठा दिया है। जबकि खाद्य सुरक्षा विभाग में रामकिशोर से सीनियर कई खाद्य सुरक्षा अधिकारी विभाग में मौजूद हैं।
यह एक सोचनीय प्रश्न है कि रामकिशोर को ही क्यों मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी बनाया गया है? जबकि रामकिशोर की दर्जनों शिकायतें शासन व प्रशासन में मौजूद है। जिलाधिकारी की जानकारी में गोपामऊ के फर्जी मीट लाइसेंस की शिकायतें आने पर जांच मे दोषी पाए गए थे। इतना सब कुछ होने के बाद भी वसूली बंद नहीं हुई। राम किशोर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दीपावली से अब तक कई लाख रुपए वसूली की है।
एक सप्ताह पूर्व ही 100 News UP पर खबर चली थी, जिसमें बिलग्राम रोड के फर्दापुर में रविवार के दिन भी वसूली की गई, उसके बाद दो दिन पूर्व रामकिशोर सरकारी गाड़ी से सांडी में वसूली के लिए भौकाल बनाने गए थे। और दुकानदारों को धमका कर चले आए थे कि तुम्हारा नमूना भरा जाएगा। और दो दिन बाद अपनी निजी गाड़ी से अकेले सांडी में वसूली करने पहुंच गए तभी मीडिया के कुछ लोगों को रामकिशोर की वसूली की भनक लगी और वहां पर मीडिया वाले इनका वीडियो बनाने लगे तभी यह अपनी गाड़ी लेकर भाग निकले। जब वहां पर आसपास के दुकानदारों से जानकारी चाहिए गई तो दुकानदार डरे सहमे हुए थे।
विश्वास मे लेने पर उन्होंने अपना नाम उजागर न करने की शर्त पर दीपावली मैं की गई दुकानदारों से वसूली की एक सूची दी गई जिस पर, सतीश कुमार अभिहित अधिकारी और रामकिशोर एरिया इंस्पेक्टर को दिए गए लिखा है जिसमें लगभग 60 दुकानदारों के नाम मौजूद हैं। जिसमे 1000 से 2000 रुपए तक की वसूली सांडी बाजार व तिराहे से की गई है।
दुकानदारों का कहना है कि इस समय महंगाई की वजह से वैसे भी दुकानदारी नहीं होती है। ऊपर से आए दिन नमूना भरने की धमकी देकर हम छोटे दुकानदारों से वसूली की जाती है। हम लोग कहां तक इन अधिकारियों का पेट भरे। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी हमारी दुकानों पर आकर कहते हैं की डी एम साहब का आदेश है। हम दुकानदारों की कोई सुनने वाला नहीं है।