दिल्ली: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) में सबसे अधिक लाभ कमाने वाली कंपनी बन गई है। एलआईसी का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 38 प्रतिशत वृद्धि के साथ रिकॉर्ड 19,013 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 13,763 करोड़ रुपये रहा था।
बीमा क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी के बाद देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का स्थान है, जिसने चौथी तिमाही में 18,643 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। हालांकि, वार्षिक लाभ के मामले में एसबीआई, एलआईसी से आगे रहा। पिछले वित्त वर्ष में एसबीआई ने 70,901 करोड़ रुपये कमाए, जबकि एलआईसी ने 48,151 करोड़ रुपये कमाए।
शेयर बाजार पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, अन्य सार्वजनिक उपक्रमों में कोल इंडिया ने मार्च तिमाही में 9,604 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जिसके बाद पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) ने 8,358 करोड़ रुपये और एनटीपीसी ने 7,897 करोड़ रुपये कमाए। तेल क्षेत्र में, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने चौथी तिमाही में 7,265 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जिसके बाद ओएनजीसी ने 6,448 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
अन्य केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (CPSE) में आरईसी लिमिटेड ने 4,304 करोड़ रुपये, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (4,143 करोड़ रुपये) और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ने (1,251 करोड़ रुपये) का शुद्ध लाभ दर्ज किया। एलआईसी के शानदार प्रदर्शन की घोषणा के अगले दिन 28 मई को बीएसई पर इसके शेयर आठ प्रतिशत उछलकर 942.55 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए।
कारोबार के दौरान यह 8.83 प्रतिशत उछलकर 948 रुपये पर पहुंच गया था। कंपनी का बाजार मूल्यांकन 45,223.74 करोड़ रुपये बढ़कर 5,96,162.66 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष के अंत तक एलआईसी की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति (AUM) बढ़कर 54,52,297 करोड़ रुपये हो गई, जबकि 31 मार्च, 2024 को 51,21,887 करोड़ रुपये थी। यह 6.45 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती है।