नई दिल्ली: अग्निवीरों के लिए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब CISF और BSF में उनके लिए 10 प्रतिशत सीटें रिजर्व होंगी। CISF और BSF के चीफ ने गुरुवार को यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के फ़ैसले के मुताबिक, इन दोनों बलों में कॉन्सटेबल के पदों पर 10 प्रतिशत रिजर्वेशन अग्निवीरों के लिए होगा। CISF की डायरेक्टर जनरल नीना सिंह ने कहा, ‘केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों की भर्ती को लेकर एक महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया है. जिसके तहत CISF भी अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया तैयार कर रहा है।’
फिजिकल टेस्ट, उम्र सीमा में छूट
उन्होंने कहा कि आगे कॉन्सटेबल के सभी नियुक्तियों में अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत नौकरियां रिजर्व होंगी। इसके साथ ही, उनको फिजिकल टेस्ट में उम्र सीमा में छूट भी दी जाएगी। पहले साल उम्र सीमा में पांच साल की छूट होगी और अगले साल तीन साल की छूट मिलेगी। CISF की मुख्य ने कहा, ‘अग्निवीर इसका फ़ायदा उठा पाएंगे और CISF यह सुनिश्चित करेगा। यह CISF के लिए भी फ़ायदेमंद होगा, क्योंकि बल को प्रशिक्षित और अनुशासित कार्मिक मिलेंगे। ‘
सीमा सुरक्षा बल (BSF) में भी एलान
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के डायरेक्टर जनरल नितिन अगरवाल ने कहा, “उन्हें चार साल का अनुभव हुआ है। वह पूरी तरह से अनुशासित और प्रशिक्षित कार्मिक हैं। यह BSF के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि हमें प्रशिक्षित सैनिक मिल रहे हैं। थोड़े प्रशिक्षण के बाद उनको सीमा पर तैनात किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि अग्निवीरों की भर्ती से सभी सुरक्षा बलों को फ़ायदा होगा। उन्होंने कहा, “हम उनकी तैनाती का इंतज़ार कर रहे हैं। प्रशिक्षण देने के बाद उनको तैनात किया जाएगा। कुल रिक्तियों का 10 प्रतिशत उनके लिए रिजर्व होगा। उनके लिए उम्र सीमा में भी छूट होगी। पहले बैच को पांच साल की छूट मिलेगी और बाद के बैच को तीन साल की छूट मिलेगी।”
जून 2022 में शुरू हुई थी योजना
गौरतलब है कि सरकार ने जून 2022 में अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की थी, जिसका मकसद सेना, नौसेना और वायु सेना तीनों सेवाओं की उम्र प्रोफाइल को कम करना था। अग्निपथ योजना 17 साल और छह महीने से 21 साल की उम्र के युवाओं को चार साल के लिए भर्ती करती है, जिसमें से 25 प्रतिशत सैनिकों की सेवा 15 साल के लिए बनाए रखने का प्रावधान है।
विपक्षी पार्टियों ने उठाए सवाल
कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां इस योजना को लेकर सरकार पर निशाना साध रही हैं कि चार साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का क्या होगा, क्योंकि कुल भर्तियों में से केवल 25 प्रतिशत को ही 15 साल के लिए बनाए रखने का प्रावधान है। यहाँ, विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसियों और विभागों ने पहले ही अग्निवीरों की भर्ती करने की योजना का एलान कर दिया है।