हरदोई: जनपद हरदोई के प्रगतिशील किसानों की फेहरिस्त में एक नाम प्रताप विक्रम सिंह का भी शामिल है जिन्होंने न सिर्फ अपने जीवन स्तर में बदलाव किया बल्कि अन्य किसानों के लिए भी बदलाव के वाहक बने हैं। जनपद के अधिकांश किसानों की भाँति प्रताप विक्रम सिंह भी गेहूं, धान आदि की पारंपरिक खेती किया करते थे जिससे उन्हें सीमित आय ही होती थी।
वे बताते हैं कि पारंपरिक खेती से उन्हें करीब 65 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की ही आय होती थी। उनके पास कुल 6.50 हेक्टेयर भूमि है। चूंकि प्रताप विक्रम सिंह एक जागरूक किसान है इसलिए वे निरंतर खेती के नए विकल्पों की तलाश में रहे। उन्हें उद्यान विभाग से जानकारी मिली कि विभाग में नवीन उद्यान रोपण केला की खेती पर अनुदान दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत केला की खेती पर 30738 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान दिया जा रहा है।
इसी को देखते हुए उन्होंने वर्ष 2022-23 में 2 हेक्टेयर क्षेत्र में केले की खेती करने हेतु पंजीकरण कराया। इसके बाद उन्होंने प्रारंभिक रूप से 2 हेक्टेयर क्षेत्र में केले की खेती की। फसल के सत्यापन के उपरांत उद्यान विभाग की ओर से 46107 रुपए का अनुदान उनके बचत खाते में भेजा गया। किसान प्रताप विक्रम सिंह कहते हैं कि वे केले की खेती से काफी खुश हैं। केले की 2 हेक्टेयर खेती करने में लागत लगभग 4 लाख 95 हजार रुपए आयी। इससे उनको 1720 कुंटल केले की उपज प्राप्त हुई तथा इस उपज को बाजार में बेचकर उन्होंने लगभग 20 लाख 64 हजार रुपए की कमाई की।
केले की खेती ने उनकी सोच को पूरी तरह से खेती के प्रति सकारात्मक बना दिया है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह कहते हैं कि औद्यानिक नकदी फसलों के उत्पादन से किसानों की आमदनी में वृद्धि हुई है। जनपद में प्रगतिशील किसानों की संख्या बढ़ी है। हाल के वर्षों में किसानों का रुझान नवीन पर्यावरण अनुकूल अधिक लाभकारी नकदी फसलों की ओर तेजी से बढ़ा है।
रिपोर्ट-जनार्दन श्रीवास्तव