नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने डिजिटल रुपया मोबाइल ऐप में UPI इंटरऑपरेबिलिटी फीचर के साथ सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लॉन्च करने की घोषणा की। पीएनबी ने कहा कि यह कदम आरबीआई सीबीडीसी पायलट प्रोजेक्ट के अनुरूप है और भारतीय भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में नई संभावनाओं को खोलता है।
इससे ग्राहकों को क्या होगा फायदा?
पीएनबी ने एक बयान में कहा कि यह कदम आरबीआई के सीबीडीसी पायलट प्रोजेक्ट के अनुरूप है और भारत के भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में एक नई क्षमता को उजागर करता है। पीएनबी ग्राहक अब अपने मर्चेंट को भुगतान के लिए UPI क्यूआर कोड को स्कैन करने या किसी मर्चेंट आउटलेट पर लेनदेन पूरा करने के लिए पीएनबी डिजिटल रुपया ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
दुकानदारों के पास CBDC वॉलेट होना जरूरी नहीं
पीएनबी ने कहा कि भले ही व्यापारियों के पास सीबीडीसी वॉलेट नहीं हो, पीएनबी डिजिटल रुपया ऐप यूजर्स, इन व्यापारियों के यूपीआई क्यूआर पर लेनदेन करने के लिए अपने सीबीडीसी वॉलेट का उपयोग कर सकते हैं। पीएनबी ने कहा कि इस नई सुविधा से लैस पीएनबी डिजिटल रुपया ऐप फिलहाल एंड्रॉयड व आईओएस यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
आइए जानें क्या है e-rupee?
ई-रुपी एक डिजिटल टोकन है जो कानूनी निविदा के रूप में कार्य करता है, और यूजर्स बैंकों द्वारा प्रदान किए गए और मोबाइल फोन या उपकरणों पर रखे गए डिजिटल वॉलेट के माध्यम से इसके साथ लेनदेन कर सकते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि ई-रुपी, डिजिटल रुपी, और सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) तीनों एक ही है। जैसे आप अपने बहुए में 500 या 200 के नोट रखते हैं, इसी प्रकार ई-रुपी भी है जिसके आरबीआई जारी डिजिटल रूप में जारी करता है।
ई-रुपी भी उतना ही वैध है जितना की आपके पर्स में रखा बैंक नोट। जिस तरह आप किसी दुकान में किसी समान के बदले पैसे देते हैं उसी तरह आप इस इलेक्ट्रॉनिक रुपये का उपयोग किसी सामान को बदले भुगतान करने के लिए कर सकते हैं।