HMP Virus: ह्युमन मेटा न्यूमो वायरस (HMPV) न्यूमोविरडी वायरस परिवार का वारिस है। एचएमपीवी 60 साल से वातावरण में मौजूद है। इसकी पहचान बाद में हुई है। यह मौसमी बीमारी की श्रेणी में आता है। अमूमन इसका संक्रमण पता ही नहीं चलता है।
फ्लू जैसे लक्षण वाला यह कोई नया वायरस नहीं है। पहली बार वर्ष 2001 में इसके बारे में पता चला। नीदरलैंड में बच्चों को यह संक्रमण पाया गया था। देश में पहली बार 2003 में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। बीजे मेडिकल कॉलेज और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे ने पहली बार बच्चों में इसकी पुष्टि की थी।
चिकित्सकों के मुताबिक लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अमूमन यह जाड़े के दिनों में फैलता है और जुकाम, बुखार खांसी, सीने में जकड़न आदि करता है। इससे बचाव का सबसे सहज तरीका ठंड के बावजूद लगातार पानी पीते रहना है। साथ ही भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, फ्लू जैसे लक्षणों वाले मरीजों से दूरी रखना आदि सावधानियां बरतना है।