बाराबंकी: जिले के परिषदीय स्कूलों में अब सौर ऊर्जा से जगमगाहट होगी। इस पहल के तहत न केवल स्कूलों में रोशनी का प्रबंध किया जाएगा, बल्कि शुद्ध पेयजल के लिए आरओ प्लांट और पंखे भी सौर ऊर्जा से संचालित होंगे। यह कदम स्कूलों में बिजली से जुड़ी परेशानियों को खत्म करने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों को कनेक्शन, बिल जमा करने, और फॉल्ट से होने वाली समस्याओं से भी निजात दिलाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों में सोलर प्लांट लगाने के लिए स्टीमेट तैयार कर लिया है। इस योजना के तहत 2626 परिषदीय स्कूलों में, जहां वर्तमान में 2.85 लाख बच्चे पंजीकृत हैं, सौर ऊर्जा से रोशनी के इंतजाम किए जाएंगे। सौर ऊर्जा का यह उपयोग न केवल बिजली पर निर्भरता को कम करेगा, बल्कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित होगा।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने बताया कि सोलर पैनल सिस्टम लगने के बाद सौर ऊर्जा का उपयोग कर बिजली के खर्च को काफी हद तक बचाया जा सकेगा। इस बचत का उपयोग स्कूलों में शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने में किया जाएगा। प्रस्ताव को शासन को भेजा जा चुका है, और मंजूरी मिलते ही सौर ऊर्जा लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।