लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को कौशल विकास, आत्मनिर्भरता और स्थानीय रोजगार के लिए अब हर 21 तारीख को रोजगार मेला लगाए जाने की तैयारी में है। मंगलवार को प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने लखनऊ के अलीगंज स्थित उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन मुख्यालय में समीक्षा बैठक की।
इस बैठक में वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था लक्ष्य की दिशा में किए जा रहे कार्यों और कौशल विकास कार्यक्रमों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि आईटीआई से पास आउट छात्रों के बेहतर प्लेसमेंट की जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। ताकि अधिक से अधिक युवा अपनी रुचि के अनुसार कोर्स पूरा कर रोजगार और स्वरोजगार से जुड़ सकें।
उन्होंने निर्देश दिए कि हर जिले में विभिन्न उद्योगों से समन्वय कर छात्रों का औद्योगिक भ्रमण (इंडस्ट्री विजिट) कराया जाए। उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सुनिश्चित करने के लिए डेलॉइट एक प्रॉपर टाइम-टेबल और इंडस्ट्री विजिट कैलेंडर तैयार करेगा। मंत्री ने कहा कि उद्योगों को कौशल विकास मिशन और आईटीआई संस्थानों से जोड़ा जाए।
ताकि छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण मिले और रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न हों। इसके साथ ही, कोर्स को उद्योग की मांग के अनुरूप अपडेट करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि Skill Mitra पोर्टल पर छात्रों की प्लेसमेंट स्थिति नियमित रूप से अपडेट की जाए और प्रशिक्षण निदेशालय यह सुनिश्चित करे कि आईटीआई प्रशिक्षित छात्र स्थानीय स्तर पर इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, मैकेनिक आदि सेवाओं में कार्य कर सकें।
सभी नोडल आईटीआई संस्थान प्रत्येक माह की 21 तारीख को प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करेंगे, जिसमें डेलॉइट इंडिया कंपनियों की भागीदारी सुनिश्चित करेगा। इस प्रक्रिया से Subros Ltd., Creature Industries, Sanjogta Group जैसी कंपनियों को जोड़ा गया है।