कानपुर: कानपुर में आयोजित मजलिस तहफ़्फुज़ ख़त्मे नबूव्वत कॉन्फ्रेंस में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने देश में बढ़ती सांप्रदायिकता और नफरत की राजनीति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि मोहब्बत का असली मतलब अल्लाह की सीरत को दिल में उतारना है, न कि सिर्फ नारे लगाना।
मजलिस तहफ़्फुज़ ख़त्मे नबूव्वत कॉन्फ्रेंस में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाजारों में ‘आई लव मोहम्मद‘ लिख देना सच्ची मोहब्बत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर मोहब्बत है तो अल्लाह की सीरत को अपने दिल में उतारो ।
मदनी ने मंच से देश में बढ़ती सांप्रदायिकता और नफरत की राजनीति पर चिंता जताते हुए कहा, ‘हमारे मुल्क के अंदर फिरकापरस्ती का नाच चल रहा है । मुसलमान के साथ नफरत का बीज पहले बोया गया, अब तो नफरत के बड़े-बड़े दरख्त खड़े हो गए हैं।