Hardoi News: शाहाबाद में खाद्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा जांच के नाम पर खाना पूर्ति की जाती है। जब खाद्य सुरक्षा विभाग के कर्मचारी शाहाबाद में जांच करने आते हैं, तो उनके ही कार्यालय से पहले दुकानदारों को फोन कर दिया जाता है, कि आप लोग अपनी दुकान बंद कर ले आज आपके यहां चेकिंग की जाएगी। दुकानदार आने से पहले अपनी दुकानों के शटर गिरा देते हैं, क्योंकि खाद्य विभाग के लोगों की दुकानदारों से अच्छी सेटिंग है, और उन लोगों द्वारा कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति करके वसूली कर ली जाती है।
सहायक आयुक्त खाद्य ग्रेड 2 सतीश कुमार अपनी टीम अजीत सिंह, अनुराधा कुशवाहा व अन्य के साथ स्वयं जाकर मिलावटी कारोबारियों को शह प्रदान कर रहे हैं। हर बार त्योहारो से पहले अपनी जेब गर्म करने के लिए जांच करने की टीम बनाई जाती है, और दुकानदारों से वसूली करने का जरिया बनाया जाता है। हर बार जांच टीम आकर खाना पूर्ति करके चली जाती है और मिलावटी पदार्थ आज भी धड़ल्ले से बिक रहे हैं।
सरसों का तेल खुलेआम गल्ला मंडी में दुकानों पर बेचा जा रहा है, जिसकी सूचना कई बार दी गई, परंतु मिलावटी तेल आज भी बंद नहीं हुआ। इसके अलावा मिठाई की दुकानों पर खराब मिठाई बेची जा रही है, लेकिन नहीं बंद हुई। किराने की दुकानों पर एक्सपायरी सामान लगा हुआ है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई सिर्फ कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करके यह लोग चले जाते हैं, और अपने कार्यालय बुलाकर अपनी जेब गर्म कर लेते हैं जिससे दुकानदारों के अंदर का डर-भय समाप्त हो चुका है।
आम जनमानस को शुद्ध एवं सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध नही ही पा रहा है। नमूने संग्रहित करके आय दिन खाद्य प्रयोगशाला में भेजें जाते हैं और कोई भी जुर्माना नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं और यह मिलावट खोरी का धंधा धड़ल्ले से चला रहे हैं।
रिपोर्ट – आलोक तिवारी