सहारनपुर: उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला अपने विभिन्न उत्पादों के लिए जाना जाता है। यह मुर्गी पालन और अंडा उत्पादन में पूरे प्रदेश में नंबर वन स्थान रखता है? अंडा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। और मांसपेशियों, हड्डियों, आंखों और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन, विटामिन डी, कोलीन, ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन पाया जाता है।
सहारनपुर अंडा उत्पादन का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। कुक्कुट विकास नीति के तहत उत्पादन बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। जिले में प्रतिदिन लगभग 20 से 25 लाख अंडे का उत्पादन होता है, यानी महीने में लगभग 6 करोड़ से अधिक अंडे. सहारनपुर में प्रदेश की सबसे ज्यादा अंडा उत्पादन यूनिट्स लगी हुई हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार अंडा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और योजनाएं दे रही है। सहारनपुर से अंडा न केवल प्रदेश के अन्य जिलों में जाता है, बल्कि हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड में भी इसकी बड़ी डिमांड है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि मुर्गी पालन और अंडा उत्पादन पर सहारनपुर पूरे प्रदेश में अग्रणी !
2013 में उत्तर प्रदेश सरकार ने पोल्ट्री पॉलिसी लागू की थी और 2022 में इसे अपडेट किया गया। इसके तहत अंडा उत्पादन यूनिट्स को 70% लोन और 30% खुद का निवेश करना होता है, जिसमें से 7% ब्याज सब्सिडी के रूप में 5 साल तक दी जाती है। 2013 की पॉलिसी के तहत लगभग 76 यूनिट्स स्थापित की गई थीं, और 2022 की पॉलिसी के तहत अब तक लगभग 35 नई यूनिट्स स्थापित की जा चुकी हैं।
यूनिट्स की क्षमता 10 हजार से 90 हजार लेयर तक की होती है। डॉ. सिंह ने बताया कि अंडे का उपयोग लगभग सभी घरों में होता है और इसकी हमेशा मांग बनी रहती है। मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने वाले कई लोग 3-4 साल में दूसरी यूनिट स्थापित करते हैं। सहारनपुर न केवल प्रदेश में, बल्कि हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड में भी अंडा सप्लाई करता है।