प्रयागराज: प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। इसमें 10 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद रिपोर्टर के मुताबिक-14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।
भगदड़ की घटना और बचाव कार्यों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद नजरें बना रखी हैं। पिछले दो घंटे में पीएम मोदी तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर चुके हैं। विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पहले अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का ऐलान किया था। हालांकि, अब अखाड़ा परिषद ने कहा है कि भीड़ छंटने के बाद अखाड़े स्नान के लिए जाएंगे।
लोगों को संगम क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए बैरिकैडिंग हटा दी गई है। हालांकि, अब भी संगम तट पर लोगों का तांता लगा हुआ है। भगदड़ के बाद भी लोग किसी तरह से संगम तट की तरफ जाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। साधु-संत लोगों से संगम तट न जाने की अपील कर रहे हैं।
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।