अल्लाह ताला की नाज़िल करदा नेमतों से ज़्यादा से ज़्यादा फायदा लें और रमज़ान उल मुबारक में रोज़ा दरों के लिए सेहत मंद रहना बहुत ज़रूरी है,
सहरी करते वक्त यह बात ज़हन में रखें के खाया गया खाना इफ्तार तक किफायत नहीं करेगा और आप को बहर हाल भूख और प्यास लगनी है लिहाज़ा खाते हुए एहतियात करें।
खाने से कम अज़ कम आधा घंटा पहले उठिए थोड़ा वरजि़श कीजिए तहज्जुद की नमाज़ की पाबंदी कीजिए और एक कप हल्के गर्म पानी का लीजिए पेट में जमा हुआ तेज़ाब बाहर होगा और हल्की वरजि़श ज़रूर करें। नींद की खुमारी उतरने तक खाना न खाएं। खाने में कम चिकनाई वाला दूध और दूध से बनी चीज़ों का और खजूर का इस्तेमाल ज़रूर करें। शोरबे वाला सालन और फाइबर वाली चीज़ें जैसे, दलिया दालें और बादाम वगैरा लें ताकि देर से हज़म हों और भूख न लगे घर की बनी सब्ज़ी रोटी दाल वगैरा ज़्यादा मुनासिब है।
सहरी के लिए मुनासिब गिज़ा दालें या खिचड़ा बेहतरीन साबित होते हैं प्रोटीन से भरपूर होने की वजह से जल्द भूख नहीं लगने देती जौ का दलिया भी आहिस्ता आहिस्ता हज़म होता है और देर तक पेट भरा भरा महसूस होता है दही का इस्तेमाल भी सहरी मे फायदे मंद रहेगा।