Lucknow News: लखनऊ में एक दरोगा को एंटी करप्शन टीम चौकी से खींचकर ले गई। दरोगा खुद को छुड़ाने के लिए हाथ-पैर झटकता रहा। लेकिन एंटी करप्शन टीम ने उसे पीछे से कसकर पकड़ लिया। दरोगा पूरी ताकत लगाकर पकड़ से भागने की कोशिश करता रहा। बमुश्किल टीम के 4-5 लोग दरोगा को घसीटते हुए ले गए और कार में डालकर हरौनी चौकी से पीजीआई थाने ले गए।
2019 बैच के दरोगा राहुल त्रिपाठी इससे पहले मोहनलालगंज कोतवाली में तैनात था। कुछ महीने पहले ही बंथरा की हरौनी चौकी का प्रभारी बनाया गया। एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक नूरुल हुदा खान ने बताया कि बुद्धेश्वर के रहने वाले एक होटल मालिक विनोद कुमार ने दरोगा के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। शनिवार को एंटी करप्शन टीम ने उसे एक रेप केस में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।
करप्शन टीम के अनुसार, 28 अगस्त को बंथरा थाने में एक किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने की एफआईआर दर्ज हुई। इसकी जांच दरोगा राहुल त्रिपाठी कर रहा था। उसने जांच के बाद इस केस में रेप की धाराएं बढ़ाई। मामले में आरोपी विशाल रावत समेत एक अन्य को जेल भेज दिया। रेप एमएफ टॉवर स्थित एक होटल में हुआ था। ऐसे में इस मामले में दरोगा ने होटल मालिक विनोद कुमार से कई बार पूछताछ की।
दरोगा ने होटल मालिक विनोद को डराया। कहा कि उनके होटल में रेप हुआ है। ऐसे में वह भी धारा-368 (किसी अगवा शख्स को जानबूझकर पनाह देना) के तहत आरोपी बनाए जाएंगे। आरोपी न बनाए जाने की एवज में विनोद से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। होटल मालिक विनोद ने एंटी करप्शन की टीम को इसकी जानकारी दी। इसके बाद टीम ने दरोगा को रंगे हाथ दबोचने के लिए जाल बिछाया।
शनिवार शाम दरोगा ने विनोद को पैसे लेकर बुलाया था। जैसे ही विनोद चौकी के अंदर गए। इसके बाद एंटी करप्शन टीम भी पीछे से पहुंच गई। रिश्वत लेते हुए दरोगा को रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद उसे चलने के लिए कहा। मगर वह साथ चलने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद उसे खींचकर चौकी से बाहर लाया गया।