फिरोजाबाद: यूपी में फिरोजाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के स्वास्थ सेवाओं को बेहतर बनाने की पहल शुरू की गई है। ऐसे में स्वास्थ विभाग ने गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन के लिए ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों में निजी चिकित्सकों की तैनाती शुरू कर दी है, जो इमरजेंसी मामलों में महिलाओं का इलाज करेंगे, जिससे किसी भी गर्भवती महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके साथ ही निजी चिकित्सकों को स्वास्थ विभाग द्वारा फीस भी दी जाएगी।
वहीं, ये चिकित्सक प्रसूताओं के ऑपरेशन के लिए दिन-रात तैनात रहेंगे और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में ही ऑपरेश करेंगे। फिरोजाबाद स्वास्थ विभाग की इस पहल से लाखों ग्रामीण महिलाओं को लाभ मिलेगा। फिरोजाबाद स्वास्थ विभाग के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पवन कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि फिरोजाबाद के ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाओं के लिए एक पहल शुरू की गई है, जिसमें गांव के सीएचसी और पीएचसी अस्पतालों पर निजी चिकित्सकों को तैनात किया गया है, जो इमरजेंसी केस में महिलाओं का इलाज करेंगे।
उन्होंने बताया कि शहर से दूर गांव देहात में गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए शहर के अस्पतालों या जिला अस्पताल की ओर दौड़ना पड़ता था। इसके साथ ही एंबुलेंस के जरिए प्रसूता कई किलोमीटर दूर से सरकारी अस्पताल के लिए आती थी, जिससे रास्ते में ही प्रसूता की हालत गंभीर हो जाती थी और कभी कभी प्रसूता की डिलेवरी रास्ते में ही हो जाती थी। ऐसे मामलों को देखते हुए गर्भवती महिलाओं के लिए ये पहल शुरू की गई है, जिसमे गांव के सरकारी अस्पतालों में निजी अस्पतालों के सर्जन चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी, जो दिन रात महिलाओं के इलाज से लेकर ऑपरेशन तक करेंगे।
इस सुविधा के मिलने के बाद गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल के लिए रेफर नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि तैनात किए जा रहे स्त्री रोग विशेषज्ञों को ऑपरेशन करने पर 2 हजार रुपए शुल्क, एक हजार रुपए यात्रा शुल्क और रात के समय ऑपरेशन करने पर 4 हजार रुपए दिए जाएंगे। अधिकारी ने कहा कि महिलाओं के लिए निजी अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू की गई है। सरकारी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भीड़ अधिक देखने को मिलती है, जिसके चलते गर्भवती महिलाओं को दिन भर भटकना पड़ता है। इसी को देखते हुए निजी सेंटरों को क्यूआर कोड से जोड़ा गया है और निजी सेंटर के लिए महिलाओं को अस्पताल से एक रसीद दी जा रही है, जिससे महिलाएं इन सेंटरों पर जाकर फ्री में चैकअप करा सकती हैं।